आलू के बाद रूला सकती हैं प्याज की कीमतें, सरकार को उठाना पड़ा ये कदम

टीम भारत दीप |

नई फसल आने तक दाम में बढ़ोत्तरी जारी रहेगी।
नई फसल आने तक दाम में बढ़ोत्तरी जारी रहेगी।

केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश में प्याज की सभी वैराइटी के देश से बाहर निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

व्यापार डेस्क। लाॅकडाउन के बाद आलू की लगातार बढ़ी कीमतों के बाद अब प्याज ने भी अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र के थोक बाजार में प्याज की कीमत 30 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। इसी बीच केंद्र सरकार ने जरूरी कदम उठाते हुए प्याज के देश से बाहर निर्यात पर रोक लगा दी है। 

सोमवार को केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश में प्याज की सभी वैराइटी के देश से बाहर निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। हालांकि कटे हुए और पाउडर के रूप में प्याज के निर्यात पर पाबंदी नहीं है। 

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार महाराष्ट्र के लासलगांव बाजार में सोमवार को प्याज की थोक कीमत 30 रूपये प्रति किलो तक पहुंच गई। इसके बाद सरकार को यह जरूरी कदम उठाना पड़ा। 

स्थानीय प्याज विक्रेताओं ने बताया कि अगस्त में बारिश के कारण मध्य प्रदेश और गुजरात में प्याज की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में अब महाराष्ट्र के पास जो स्टाॅक है, उसकी कीमत बढ़ रही हैं। व्यापारियों का कहना है कि नवंबर में प्याज की नई फसल आने तक दाम में बढ़ोत्तरी जारी रहेगी। 

प्याज की कीमतों पर नियंत्रण के लिए सरकार और भी जरूरी कदम उठा सकती है। इसमें स्टाॅक पर प्रतिबंध और माल लाने ले जाने के दौरान लगने वाले करों पर छूट दी जा सकती है। हालांकि सरकार के इस कदम का प्याज व्यापारी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये किसान के साथ धोखा है। 


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