यूं जूस पीने की आदत आपको बना सकती है बीमार, हो जाइए सावधान

टीम भारत दीप |
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फलों के रस में शक्कर और कैलोरी की मात्रा होती है जो वजन बढ़ाने का काम करती है।
फलों के रस में शक्कर और कैलोरी की मात्रा होती है जो वजन बढ़ाने का काम करती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ स्वास्थ सम्बंधित परिस्थितियों में जूस का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और आप गंभीर बीमारी का शिकार हो सकते हैं।

लखनऊ। अक्सर लोग एक्सरसाइज करने के बाद थक जाते हैं। फिर शरीर को एनर्जी देने के लिए वे जूस पीने का विकल्प चुनते हैं ताकि तरोताजा महसूस होने लगे। बस इतना भर नहीं, कई लोग तो जूस को इतना सेहतमंद और लाभकारी मानते हैं कि उसे अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं।

चूंकि जूस फलों और सब्जियों के रस से बनता है इसलिए लोग समझते हैं के इसमे भरपूर पोषण होता तथा इसे पीना किसी भी तरह से नुकसानदायक नहीं होगा। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ स्वास्थ सम्बंधित परिस्थितियों में जूस का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और आप गंभीर बीमारी का शिकार हो सकते हैं।

साथ ही जूस से होने वाले साइड इफेक्ट्स भी आपको झेलने पड़ सकते हैं। यही कारण है कि इससे जुड़ी तमाम बातों को जान लेना हितकर होगा जिसको अपनाकर बीमारियों को खुद से दूर रख सकते है।

हरी सब्जियों का जूस वजन कम करने में फायदेमंद

फलों के रस में शक्कर और कैलोरी की मात्रा होती है जो वजन बढ़ाने का काम करती है। अगर आप जूस पी रहे हैं तो हरी सब्जियों का ही पिएं, ये पीने में कड़वा जरूर लगेगा लेकिन फ्रूट जूस के शक्कर और कैलोरी की अपेक्षा ये अधिक फायदेमंद है। साथ ही इससे वजन कम करने में भी मदद मिलेगी।

फाइबर युक्त फल व सब्जियां ज्यादा फायदेमंद

जब आप संतरे का जूस पीते हैं तो आपको विटामिन सी मिलता है, लेकिन उतना नहीं जितना आपको संतरे को खाने से मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जूस से पल्प और फाइबर निकल जाता है जो कि आपके कालोन को स्वस्थ रखने के लिए बेहद फायदेमंद है। विशेषज्ञों के मुताबिक जूस के बदले फल खाने से हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है और कोलेस्ट्रोल लेवल के साथ-साथ ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। इसलिए जरूरी है कि जूस के भरोसे न रहते हुए फाइबर युक्त फल और सब्जियों को खाएं।

दवाइयों के साथ सेवन पहुंचा सकता है नुकसान

यदि आप किसी बीमारी की दवाई ले रहे हैं तो ऐसी अवस्था में किसी भी फल या सब्जी का जूस पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए। क्योंकि दवाई के साथ किसी भी तरह का जूस पीने से आपको साइड इफेक्ट की समस्या से जूझना पड़ सकता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप अंगूर का जूस पी रहे हैं और कोई दवाई भी खा रहे हैं तो हो सकता है कि आपका कोलेस्ट्रोल स्तर कम होने लगे या खून में दवाई का स्तर बढ़ने लगे।

जूस से ज्यादा फल खाने को दें तवज्जों

2019 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार जो लोग फलों का जूस पीते हैं या मीठे ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज की संभावना 16 प्रतिशत अधिक होती है। ऐसे में अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज है तो जूस पीने के बजाए फल खाने को ज्यादा तरजीह दें।  इसमें मौजूद फाइबर आपके शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं डालेगा। इसके अलावा, अगर पैकेटबंद और फ्लेवर्ड फ्रूट जूस की बात की जाए तो विशेषज्ञों की सलाह है कि इसे पीना बिलकुल छोड़ दें अन्यथा ये आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

किडनी की कोई तकलीफ हो तो करें परहेज़

बताया जाता है कि फल और सब्जियां पोटेशियम का बेहतरीन स्रोत होते हैं और इसमें मौजूद मिनरल ब्लड प्रेशर के रेगुलेशन में अहम रोल अदा करते हैं। वहीं किडनी शरीर में मौजूद जरूरत से ज्यादा पोटेशियम को बाहर निकालती है। अगर आपको किडनी की कोई समस्या है तो जूस पीने से परहेज करें। क्योंकि जूस आपके शरीर में पोटेशियम की मात्रा को और ज्यादा बढ़ाने का काम करते हैं। जिससे हार्ट अटैक जैसे गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इस दशा में पोटेशियम वाले फल जैसे केला, अंगूर, एवोकाडो, खजूर, आम, गाजर, संतरा, अनार का जूस पीने से बचना चाहिए।


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