कोरोना को लेकर अच्छी खबर, 100 साल की वृद्धा 7 दिन में हुईं स्वस्थ

टीम भारत दीप |
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उन्होंने महज 7 दिन में कोरोना से जंग जीत ली है।
उन्होंने महज 7 दिन में कोरोना से जंग जीत ली है।

इस समय कोरोना वायरस से कई लोग जिंदगी की जंग हार जा रहे है ऐसे समय में मुरादाबाद की सबसे वृद्ध महिला ने कोरोना को मात देकर लोगों को सकारात्मक संदेश दिया हैं।

मुरादाबाद। इस समय कोरोना वायरस से कई लोग जिंदगी की जंग हार जा रहे है ऐसे समय में मुरादाबाद की सबसे वृद्ध महिला ने कोरोना को मात देकर लोगों को सकारात्मक संदेश दिया हैं। लोग कोरोना जांच के बाद से ही अवसाद में आ जा रहे कई युवक तो कोरोना के डर से अब तक आत्महत्या तक कर चुके है।

मुराबादबाद की सौ वर्षीय महिला ने अपनी नियमित जीवन शैली से कोरोना को मात देकर जब घर जा रही थी सभी उसके जज्बे को सलाम कर रहे थे।  रविवार को शहर की सबसे बुजुर्ग कोरोना मरीज आशियाना कालोनी निवासी शांति देवी कोरोना को मात देकर मंडल रेल चिकित्सालय से डिस्चार्ज हुईं।

शांति देवी की उम्र 100 वर्ष से भी अधिक हैं और उन्होंने महज 7 दिन में कोरोना से जंग जीत ली है। ऐसें में उनकी रिकवरी रेलवे के डॉक्टरों के लिए बड़ी उपलब्धि है। उनकी रिकवरी से डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का उत्साह दोगुना हो गया है।शांति देवी के बेटे सीपी सिंह (एडीओ पंचायत) ने बताया कि वह कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनकी मां को भी सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार की कोरोना जांच कराई। जांच के बाद मां की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद उन्हें पिछले रविवार 11 अगस्त को सिविल लाइंस स्थित रेलवे अस्पताल में भर्ती किया गया। पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाने के बाद रविवार को शांति देवी को अस्पताल से छुट्टी दी गई।


शांति देवी के बारे में ​बताते हुए सीएमएस डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि भर्ती होने के समय उनकीकी पल्स 125 प्रति मिनट थी। जबकि सामान्य तौर पर यह 72 प्रति मिनट होनी चाहिए। इसके अलावा उनका आक्सीजन सेच्युरेशन लेवल भी 94 पहुंच गया था, जो सामान्य तौर पर 99 से 100 होना चाहिए। इसलिए उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बावजूद सब को चौंकाते हुए उन्होंने बहुत तेज रिकवरी की। सीएमएस ने कहा कि यह हमारी टीम के लिए अब तक का सर्वश्रेष्ठ अनुभव है। 


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