शनिदेव को करना है प्रसन्न तो भूलकर भी न करें ये काम

टीम भारत दीप |
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कर्मो के अनुसार फल देते हैं।
कर्मो के अनुसार फल देते हैं।

ग्रहों में शनि को न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं। ऐसे में व्यक्ति् को बुरे काम करने से बचना चाहिए। वहीं शनि की दृष्टि को शुभ नहीं माना जाता। इस लिए उनकी दृष्टि से बचने के लिए कुछ उपाय भी सुझाए गए है।

लखनऊ। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। बताया जाता है कि वह व्यक्ति को कर्मो के अनुसार फल देते हैं। शनिवार के दिन पूजा करने से शनिदेव बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं और शुभ फल देते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में शनि को ग्रह एक क्रूर ग्रह माना गया है। इसी कारण शनि की दृष्टि को इसीलिए शुभ नहीं माना जाता है। बताया गया है कि शनि देव साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान अशुभ फल प्रदान करते हैं।

वहीं शनि की महादशा में भी शनि देव शुभ फल नहीं प्रदान नहीं करते हैंं। मगर कुछ मामलों में शनि शुभ फल भी देते हैं। जन्म कुंडली में शनि जब शुभ स्थिति में विराजमान होते हैं तो शनि अच्छे फल भी प्रदान करते हैं। दरअसल शनिदेव को न्याय प्रिय ग्रह माना गया है। ग्रहों में शनि को न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं।

ऐसे में व्यक्ति् को बुरे काम करने से बचना चाहिए। वहीं शनि की दृष्टि को शुभ नहीं माना जाता। इस लिए उनकी दृष्टि से बचने के लिए कुछ उपाय भी सुझाए गए है। जिनके द्वारा शनिदेव को प्रसन्न कर शुभ फल प्राप्त किया जा सकता है। 

भूलकर भी  न करे ये काम
बताया गया है कुछ कामों को करने से शनि देव नाराज हो जाते हैं। ऐसे में भूलकर भी उन कामों को नहीं करना चाहिए। दरअसल शनिदेव के प्रकोप से बचना है तो भूलकर भी आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति, मजदूर और दिव्यांग जनों को कभी भी सताना नहीं चाहिए। बताया गया है कि इनका अनादर और अपमान करना भी शनिदेव के प्रकोप का कारण बनता है।

इसलिए जो इन बातों का ध्यान नहीं रखता है उसे शनि की महादशा, शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के दौरान तमाम तरह की दुश्वारियों का अत्याधिक सामना करना पड़ता है। 

इन कामों को करने से बरसती है शनि कृपा 
शनिवार को शनिदेव का दिन माना गया है। बताया जाता है कि शनिवार को शनि का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। बताया गया कि शनिवार के दिन नजदीकी शनि मंदिर में शनिदेव पर सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए।

वहीं इस दिन सरसों के तेल का दान भी करना चाहिए। जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराने व उनकी यथा संभव मदद करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति पर उनकी कृपा बरसती है। 


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