आगरा में संक्रमित विधायक की पत्नी को डीएम के कहने के बाद भी दो घंटे तक नही मिला बेड

टीम भारत दीप |

रात 12 बजे उन्हें डीएम के दोबारा कहने के बाद ही बेड मिल सका।
रात 12 बजे उन्हें डीएम के दोबारा कहने के बाद ही बेड मिल सका।

फिरोजाबाद के जसराना से भाजपा विधायक राम गोपाल की पत्नी को पहले तो भर्ती ही नहीं किया गया। इसकी जानकारी जब डीएम को हुई तो उन्होंने तत्काल भर्ती करने का निर्देश दिया। डीएम प्रभु एन सिंह के निर्देश के बाद जब उन्हें भर्ती तो कर लिया, लेकिन कोविड वार्ड में उनकी पत्नी दो घंटे तक बेड के लिए भटकती रहीं।

आगरा। आगरा शहर में कोरोना वायरस की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं इतनी बदहाल है कि डीएम  के कहने के बाद भी संक्रमितों को बेड नहीं मिल रहा है। यहां तक कि संक्रमित कोई आम आदमी नहीं, बल्कि एक जनप्रतिनिधिप पत्नी है। इतनी लाचारी की विधायक की पत्नी को बेड दिलाने के लिए कई घंटे तक मशक्कत करनी हुई। 

यह मामला आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में देखने को मिला। यहां फिरोजाबाद के जसराना से भाजपा विधायक राम गोपाल की पत्नी को पहले तो भर्ती ही नहीं किया गया। इसकी जानकारी जब डीएम को हुई तो उन्होंने तत्काल भर्ती करने का निर्देश दिया।

डीएम प्रभु एन सिंह के निर्देश के बाद जब उन्हें भर्ती तो कर लिया, लेकिन कोविड वार्ड में उनकी पत्नी दो घंटे तक बेड के लिए भटकती रहीं। जब मामला बढ़ता दिखा तो डॉक्टरों ने विधायक की पत्नी को बेड उपलब्ध कराया। मालूम हो कि फिरोजाबाद के जसराना से भाजपा विधायक राम गोपाल लोधी खुद कोरोना से संक्रमित चल रहे हैं, उनकी पत्नी को भी कोरोना हो गया।

विधायक फिरोजाबाद में भर्ती हैं तो शुक्रवार की रात को विधायक प्रतिनिधि अभिषेक राजपूत विधायक की पत्नी संध्या लोधी को भर्ती कराने के लिए अस्पतालों में भटकता रहे। डीएम प्रभु एन सिंह से वार्ता के बाद उन्हें एसएस इमरजेंसी से कोविड वार्ड में शिफ्ट किया।

यहां दो घंटे तक उन्हें बेड नहीं मिला, अभिषेक ने बताया कि कोविड वार्ड के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें भगा दिया। विधायक की पत्नी को बेड नहीं मिलने से उनकी हालत बिगड़ गई, रात 12 बजे उन्हें डीएम के दोबारा कहने के बाद ही बेड मिल सका।

जब खास लोग परेशान तो और लोगों...

जब एक सत्ताधारी विधायक की पत्नी को अस्पताल में भर्ती करने और मशक्कत के बाद भर्ती होने के बाद भी बेड के लिए भटकना पड़ रहा तो आम जनता की हालत को आप खुद ही समझ सकते हैं। जब अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं ऐसे में कोरोना पीड़ित मरीजों का क्या हो रहा होगा।

इसका अंदाजा लगाना बहुत आसान है। मरीजों की समस्याओं को हल करने के विषय में न तो जिला प्रशासन सोच रहा है और न ही प्रदेश सरकार। सभी सिर्फ इस समय आंकड़ों को करने में जुटे है। 

सरकारी आंकड़ों में तीन की मौत

आगरा में कोरोना संक्रमण के नए मरीजों के आंकड़े में एक बार फिर कमी आई है। शुक्रवार को नए मरीजों का आंकड़ा 200 के नीचे पहुंच गया। बीते 24 घंटे में 198 संक्रमित मिले हैं। जबकि तीन मरीजों की मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या 292 हो गई। गुरुवार को 234 संक्रमित मिले थे। चार मरीजों ने दम तोड़ा था। 

प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में 4612 लोगों की कोरोना जांच हुई। इनमें 198 लोग पॉजिटिव मिले हैं। 515 मरीज ठीक भी हुए हैं। जिले में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 2421 है। जबकि कुल संक्रमितों का आंकड़ा 23051 हो गया है। इनमें 20338 लोग ठीक हो गए हैं। स्वस्थ होने की दर 88.23 फीसदी है। 


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