तीन कृषि कानून और लखीमपुर मामले को लेकर किसान ट्रेन रोकने की तैयारी में, प्रशासन अलर्ट

टीम भारत दीप |

किसान नेताओं की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं ।
किसान नेताओं की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं ।

लखीमपुर खीरी कांड को लेकर किसान मोर्चा की मांग है कि अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से हटाकर तत्काल गिरफ्तार किया जाए। किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आवाहन के बाद से पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है और किसान संगठनों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।

मेरठ। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के तहत आज किसान देशभर में रेल रोको आंदोलन चला रहे है।

किसानों नेताओं द्वारा किए गए एलान के तहत आज सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच 6 घंटे के लिए रेल यातायात रोकने की कोशिश की जाएगी। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए भारी संख्या में किसानों से जुटने की अपील कर रहे हैं। खासतौर पर दिल्ली और पश्चिमी यूपी के इलाकों में किसान इस आंदोलन को लेकर ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहे हैं।

किसान आंदोलन के चलते जिन रेलवे स्टेशनों और उनके आस-पास के रेल सेक्शंस पर रेल सेवाएं ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। उनमें दिल्ली से रोहतक, पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, अंबाला, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर, जम्मू, मेरठ, गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद समेत कुछ अन्य सेक्शंस प्रमुख हैं

 इन रूटों पर इससे पहले भी कई बार अलग-अलग जगहों पर किसान रेलवे ट्रैक जाम कर चुके हैं। दूसरी तरफ किसान संगठनों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने और रेल संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने का आश्वासन दिया है

सुरक्षा के मद्देनजर आरपीएफ और जीआरपी को अलर्ट कर दिया गया है। कुछ संवेदनशील जगहों पर पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी की जा रही है, रेलवे के स्टाफ को भी अलर्ट पर रखा गया है। 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को हटाने की मांग

लखीमपुर खीरी कांड को लेकर किसान मोर्चा की मांग है कि अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से हटाकर तत्काल गिरफ्तार किया जाए। किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आवाहन के बाद से पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है और किसान संगठनों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।

लगातार प्रयास कर रहा हैं कि किसानों के रेल रोको आंदोलन को पुतला दहन कार्यक्रम की तरह न करने दिया जाए, किसान नेताओ को उमके घरों पर ही नजर बंद कर दिया जाए।

मालूम हो कि यूपी के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर 2021 को हुई घटना के तुरंत बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की थी।

संयुक्त किसान मोर्चा शुरू से ही अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग करता रहा है और यह स्पष्ट है कि अजय मिश्रा के केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री होने के कारण इस मामले में न्याय सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है।

पुलिस प्रशासन सतर्क

आपकों बता दें कि दशहरे दिन संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया था कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाए। किसान मोर्चा के इस आह्वान के बाद पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया था और पुलिस प्रशासन ने किसान नेताओं को उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया था,

कई जगहों पर पुतला दहन कार्यक्रम नहीं हो पाया था और अब संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आह्वान के बाद भी पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। किसान नेताओं की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और लगातार प्रयासरत है कि पुतला दहन कार्यक्रम की तरह किसानों के इस कार्यक्रम को भी न होने दिया जाए।

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