मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत, किसानों का एलान बिल वापसी तक नहीं होगी घर वापसी

टीम भारत दीप |

महापंचायत स्थल और आसपास के इलाके में सुरक्षा संबंधी भारी बंदोबस्त किए गए हैं।
महापंचायत स्थल और आसपास के इलाके में सुरक्षा संबंधी भारी बंदोबस्त किए गए हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज सुबह 10 बजे महापंचायत शुरू हुई। यह महापंचायत केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानूनों के विरोध में है। किसानों की एक ही आवाज है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे, किसानों की घर वापसी नहीं होगी। 9 महीने से किसान केंद्र सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं।

मुजफ्फरनगर। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 9 माह पहले शुरू हुई लड़ाई अभी जारी है। इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत शुरू हुई है।

महापंचायत को लेकर शहर में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। बड़ी संख्या में किसान महापंचायत स्थल जीआईसी के मैदान में पहुंचे हैं। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी मंच पर पहुंचे।

मैदान को चारों तरफ से सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी ने सुरक्षा जवानों ने घेर रखा है। 3800 पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाई गई है। इस महापंचायत में 6 लाख किसान के पहुंचने की उम्मीद है। 

 पंजाब से नई दिल्ली के रास्ते मुजफ्फरनगर आ रहे सैकड़ों किसानों से भरी ट्रेन को करीब डेढ़ घंटे तक दिल्ली में रोके रखा। किसानों के हंगामे पर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया।

9 महीने से किसान केंद्र सरकार के खिलाफ दे रहे धरना

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज सुबह 10 बजे महापंचायत शुरू हुई। यह महापंचायत केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानूनों के विरोध में है। किसानों की एक ही आवाज है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे, किसानों की घर वापसी नहीं होगी। 9 महीने से किसान केंद्र सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं। विपक्षी दल भी किसानों की महापंचायत के लिए समर्थन दे चुके हैं।

एक मंच पर आईं गठवाला-बालियान खाप

मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक उमेश मलिक के काफिले पर हमले के बाद गठवाला और बालियान खाप के बीच बढ़ी दूरियों को मिटाने के लिए हरसंभव कोशिशें जारी हैं। इन दूरियों को कम करने के लिए मुजफ्फरनगर में किसान-मजदूर महापंचायत की अध्यक्षता गठवाला खाप के थाम्बेदार श्याम सिंह मलिक से कराई जा रही है।

गठवाला खाप का पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में अच्छा खासा वर्चस्व है। वेस्ट यूपी और हरियाणा में गठवाला गोत्र के गांव बहुतायत में हैं।

3800 जवानों की डयूटी लगाई गई

महापंचायत स्थल और आसपास के इलाके में सुरक्षा संबंधी भारी बंदोबस्त किए गए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) व पीएसी समेत 10 कंपनी फोर्स लगाई गई है। मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल और सहारनपुर डीआईजी प्रतिंदर सिंह खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं। पुलिस मुख्यालय से 3 IPS, 11 एडिशनल एसपी, 16 DSP लगाए गए हैं।

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