लखनऊ: अपने पालतू जानवर का जल्द करा लें रजिस्ट्रेशन, वरना फीस के साथ 5000 देना होगा जुर्माना

टीम भारत दीप |

नगर निगम एक जुलाई से चलाएगा अभियान।
नगर निगम एक जुलाई से चलाएगा अभियान।

यदि आपने अपने पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन नगर निगम में नहीं कराया तो जल्द करा लें। बताया गया कि नगर निगम ऐसे घरों में अभियान चलाने जा रहा है। बताया गया कि यदि आपके घर पालतू कुत्ते, बिल्ली या जो भी जानवर हैं, उसको पकड़ लिया जाएगा। इस दरम्यान आपको रजिस्ट्रेशन फीस के अलावा 5000 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा।

लखनऊ। लखनऊवासियों के लिए यह जरूरी खबर है। दरअसल यदि आपने अपने पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो जल्द करवा लीजिए। नहीं तो आपको फीस के अलावा 5000 रूपए का जुर्माना देना पड़ सकता है। जानकारी के मुताबिक यदि आपने अपने पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन नगर निगम में नहीं कराया तो जल्द करा लें।

बताया गया कि नगर निगम ऐसे घरों में अभियान चलाने जा रहा है। बताया गया कि यदि आपके घर पालतू कुत्ते, बिल्ली या जो भी जानवर हैं, उसको पकड़ लिया जाएगा। इस दरम्यान आपको रजिस्ट्रेशन फीस के अलावा 5000 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा।इस बाबत नगर निगम के संयुक्त निदेशक डॉक्टर राव के मुताबिक इसको लेकर आदेश जारी कर दिया गया है।

बताया गया कि एक जुलाई से इसको लेकर अभियान चलेगा। इसमें शहर के सभी इलाकों में अभियान तेज किया जाएगा। बताया गया कि सभी जोन में इसको सख्ती से चलाया जाएगा। सबसे अधिक अभियान सुबह और शाम के समय चलाया जाएगा। बताया गया कि नगर निगम में अभी तक दो हजार लोगों ने अपने पेट का रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले सालों में यह आंकड़ा पांच हजार से ज्यादा था।

माना जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। ऐसे में बीते साल  जिन लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उसके खिलाफ सबसे पहले अभियान चलाया जाएगा। बताया गया कि नगर निगम ने इस साल रजिस्ट्रेशन से 20 लाख रुपए मुनाफे का बजट पास किया था, मगर लॉकडाउन के कारण इसमें कमी आई है। हालांकि अधिकारियों के मुताबिक अभियान को तेज किया जाएगा।

जिसके बाद सितंबर तक लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। दरअसल नगर निगम का अनुमान है कि शहर में आठ हजार से ज्यादा पालतू जानवर हैं, मगर अभी 50 से 60 फीसदी लोग ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाते है। जिसकी वजह से नगर निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचता है। बीते दो साल में सख्ती के बाद संख्या बढ़ी है। बताया गया कि तीन साल पहले तक 3 हजार लोग ही रजिस्ट्रेशन करवाते थे।

जानकारी के मुताबिक यदि आपने कोई पालतू जानवर रखा है और नगर निगम में उसका रजिस्ट्रेशन नहीं हैं। यदि उसने किसी को काट लिया तो मालिक पर मुकदमा हो जाता है। नगर निगम में रजिस्ट्रेशन है तो आप मुकदमें और इस तरह के कानूनी पचड़े से भी बच सकते हैं। वहीं मौजूदा समय में 300 रुपये छोटे जानवर,500 बीच के साइज वाले और 800 रुपए बड़े जानवर की रजिस्ट्रेशन फीस है। 


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