बेरोजगारों ने सोशल मीडिया पर सीएम योगी के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा— 'धमकी नहीं, नौकरी दो'

टीम भारत दीप |

अभ्यर्थियों ने #DhamkiNahiNaukriDo हैशटैग अभियान चलाया है।
अभ्यर्थियों ने #DhamkiNahiNaukriDo हैशटैग अभियान चलाया है।

अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर भी योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां सीएम योगी को चेताते हुए अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर कहा है कि धमकी नहीं रोजगार दो। यह अभियान ट्रेंड कर रहा है। गौरतलब है कि सीएम योगी ने दो दिन पहले ही ट्वीट किया था कि युवाओं को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। यदि अपनी संपत्ति जब्त करवाना चाहते हों तो ही कोई गलत कार्य करें।

सोशल मीडिया डेस्क। यूपी की राजधानी लखनऊ में बीते कई दिनों से 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों में घोटाले का आरोप लगाते हुए सूबे भर के अभ्यर्थी आन्दोलनरत् है। इसी क्रम में अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर भी योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां सीएम योगी को चेताते हुए अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर कहा है कि धमकी नहीं रोजगार दो।

यह अभियान ट्रेंड कर रहा है। गौरतलब है कि सीएम योगी ने दो दिन पहले ही ट्वीट किया था कि युवाओं को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। यदि अपनी संपत्ति जब्त करवाना चाहते हों तो ही कोई गलत कार्य करें। इस ट्वीट के बाद युवाओं का एक बड़ा वर्ग सीएम योगी को निशाने पर ले रहा है।

जानकारी के मुताबिक 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने #DhamkiNahiNaukriDo हैशटैग अभियान चलाया है। बताया गया कि इस अभियान के तहत अभ्यर्थी आरक्षण घोटाले के दोषियों पर कार्रवाई करते हुए भर्ती को पारदर्शी तरीके से पूर्ण करने की मांग उठा रहे हैं। दरअसल आरक्षण घोटाले के पीड़ित अभ्यर्थी वीडियो बनाकर पोस्ट कर रहे हैं।

बताया गया कि अभ्यर्थी लगातार कह रहे हैं कि संपत्ति छीनने की बात की जा रही है। आखिर हमारे पास है ही क्या? इसी क्रम में आजमगढ़ की मेनका यादव कहती हैं कि हमारे पास जो संपत्ति है, उसे ले लें, मगर हमारे अधिकार दे दें। इसी कड़ी में शाहजहांपुर के एक अभ्यर्थी ने कहा कि संपत्ति के नाम पर मेरे पास केवल डिग्री है। मगर आरक्षण के रूप में हमारे पास जो अधिकार है, वो दे दें।

इसी क्रम में अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में वीडियो डाल रहे हैं। इधर आरक्षण घोटाले का यह मामला अब तूल पकड़ रहा है। बताया गया कि अभ्यर्थी सीएम, डिप्टी सीएम और शिक्षामंत्री के आवास का घेराव भी कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद भी अभ्यर्थियों से मुलाकात कर चुके हैं।

बताया गया कि चंद्रशेखर आजाद ने तो अभ्यर्थियों से करीब एक घंटे तक उनके धरना स्थल पर जाकर बात की थी। उन्होंने यह भी कहा है कि आरक्षण घोटाले के इस मामले को लेकर वह विधानसभा का घेराव भी करेंगे। इसी मामले में प्रियंका गांधी ने भी कहा है कि सड़क से लेकर सदन तक इस मुद्दे को उनकी पार्टी उठाएगी।

बताते चलें कि अभ्यर्थी लगातार सवाल कर रहे है कि 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी को 27% के स्थान पर उनके कोटे में 3.86% आरक्षण क्यों? वहीं भर्ती में दलित वर्ग को 21% के स्थान पर उनके कोटे में 16.6% आरक्षण क्यों? अभ्यर्थियों के मुताबिक आरक्षण नियमावली बेसिक शिक्षा विभाग उप्र 1994 का सही ढंग से पालन न होने के कारण से 15000 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी चयन से वंचित हो गए।

उनके मुताबिक संविधान से मिले आरक्षण 27% और 21% को पूरी तरह से लागू किया जाए।


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