लखनऊ:कई थानेदारों पर गिरी गाज, शहर में दौड़ी'तबादला एक्सप्रेस', 18 थानों को मिले नए कोतवाल

bharatdeep news |

लंबे समय से लखनऊ में जमे 41 इंस्पेक्टरों को गैर जनपदों में रवाना कर दिया गया।
लंबे समय से लखनऊ में जमे 41 इंस्पेक्टरों को गैर जनपदों में रवाना कर दिया गया।

शनिवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने लखनऊ के 18 थानों में नए इंस्पेक्टर तैनात कर दिए हैं। जिसमें ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में तैनात आलोक कुमार राय को गौतम पल्ली थाने का इंस्पेक्टर बनाया गया जबकि गौतम पल्ली थाने में तैनात रवींद्रनाथ राय को इंदिरा नगर थाने की कमान सौंपी गई।

लखनऊ । योगी सरकार के तमाम दावों के बावजूद सूबे की राजधानी लखनऊ में आए दिन घट रही बड़ी आपराधिक वारदातों ने यहां लॉ एंड आर्डर पर सवाल खड़ा कर दिया है। वहीं योगी सरकार द्वारा राजधानी को अपराध मुक्त बनाए जाने के मकसद से यहां लागू की गई पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था पर भी सवालिया निशान उठ रहा है।

नए साल की शुरूआत में ही यहां गोलियों की तड़तड़ाहट से राजधानी दहल उठी थी। जिसमें 2 लोगों की हत्या कर दी गई और 3 लोग घायल हो गए। नए साल में लखनऊ में हुई गैंगवार की बड़ी घटना के बाद से लगातार उठ रहे सवाले के बीच लंबे समय से लखनऊ में जमे 41 इंस्पेक्टरों को गैर जनपदों में रवाना कर दिया गया।

तो वहीं अब पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर भी अब पूरी तरह से एक्शन के मूड में नजर आ रहे है। शनिवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने लखनऊ के 18 थानों में नए इंस्पेक्टर तैनात कर दिए हैं। जिसमें ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में तैनात आलोक कुमार राय को गौतम पल्ली थाने का इंस्पेक्टर बनाया गया ।

जबकि गौतम पल्ली थाने में तैनात रवींद्रनाथ राय को इंदिरा नगर थाने की कमान सौंपी गई। अलीगंज थाने में लंबे समय से तैनात रहे फरीद अहमद को अब गुडंबा थाने का प्रभार दिया गया है।

जबकि सुनील कुमार दुबे को ठाकुरगंज ,बृजेश कुमार यादव को सआदतगंज,मनोज कुमार मिश्रा को नाका धनंजय सिंह को बाजार खाला,अशोक कुमार सरोज को मानक नगर, बृजेश कुमार सिंह को गोसाईगंज, पवन कुमार पटेल को कैंट, महेंद्र सिंह को सरोजनी नगर कुलदीप सिंह गौर को काकोरी ,

राजेश कुमार को पारा थाने की कमान के अलावा पन्ने लाल को अलीगंज,मोहम्मद अशरफ को चिनहट से नगराम विजेंद्र सिंह को सुशांत गोल्फ सिटी प्रशांत,प्रशांत कुमार मिश्रा को गाजीपुर और संजय राय को तालकटोरा थाना का इंस्पेक्टर बनाया गया है।

गैर जनपद के लिए स्थानांतरित किए गए इंस्पेक्टर सहादतगंज महेश पाल सिंह का तबादला पहले बरेली जोन किया गया था। जबकि अब उनके तबादले को स्थानांतरित करते हुए उन्हें वाराणसी जोन के लिए स्थानांतरित किया गया है।

बताया जा रहा है कि कार्रवाई की जद में वह लोग भी आ गए हैं जिनके कार्यकाल में अपराध भले ही हुए हो लेकिन अपराध नियंत्रण और वारदातों के खुलासे के लिए भी इंस्पेक्टर विफल साबित नहीं हुए।

लखनऊ में पहली बार दुराचार और हत्या के एक आरोपी के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे की विवेचना रिकॉर्ड 6 दिन में पूरी करने के बाद चार्जशीट लगाई थी और 4 महीने के समय में आरोपी को अदालत से मौत की सजा सजा दिलाई थी।

लेकिन बावजूद इसके उन को भी तबादला एक्सप्रेस में सवार करके गैर जनपद भेज दिया गया।शनिवार को पुलिस कमिश्नर द्वारा अट्ठारह थानों में नियुक्त किए गए नए इंस्पेक्टरों पर जिम्मेदारी होगी कि अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाते हुए कमी लाई जाए।

अब यह तो समय ही बताएगा कि कमिश्नर डी.के.ठाकुर की यह कार्रवाई राजधानी में अपराधों पर अंकुश लगाने में कितनी कारगार साबित होती है यह तो वक्त बताएगा। फिलवक्त तैनाती पाकर थानेदारों के हौंसले जरूर बुलंद है।


संबंधित खबरें