ममता की हैट्रिक: सादे समारोह में ममता बनर्जी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

टीम भारत दीप |

सिर्फ तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई गई।
सिर्फ तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई गई।

इस बार के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से अपने पुराने सहयोगी और भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई हैं। हार के बाद भी ममता राज्य की मुख्यमंत्री बन सकती हैं, लेकिन छह महीने के भीतर उन्हें राज्य की किसी विधानसभा सीट से चुनाव जीतना होगा।

पश्चिम बंगाल। बुधवार को ममता बनर्जी ने एक सादे समारोह में तीसरी बार मुखयमंत्री पद की शपथ ली। मालूम हो कि यह दूसरा मौका है जब ममता बंगाल विधानसभा की विधायक नहीं होने के बाद भी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, इससे पहले 2011 में जब ममता पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं तो वो लोकसभा सांसद थीं।

इस बार के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से अपने पुराने सहयोगी और भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई हैं। हार के बाद भी ममता राज्य की मुख्यमंत्री बन सकती हैं, लेकिन छह महीने के भीतर उन्हें राज्य की किसी विधानसभा सीट से चुनाव जीतना होगा। 

सादे समारोह में लिया शपथ

राजभवन में एक शादे समारोह में सुबह 10.45 बजे राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। ममता ने अपने पारंपरिक अंदाज में बांग्ला में शपथ ली। ममता ने फिलहाल अकेले शपथ ली हैं।

उनके कैबिनेट के सदस्य बाद में शपथ लेंगे। सिर्फ तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई गई, जो छह और सात मई को विधानसभा सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे।

50 लोगों को ​बुलाया गया था

कोरोना महामारी के मद्देनजर राजभवन में आयोजित सादे समारोह में मात्र 50 लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। इसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष चुनाव नतीजों के बाद राज्य में जारी हिंसा के चलते शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया और वह नहीं गए।

समारोह में तृणमूल कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता व सांसद मौजूद थे। इसके अलावा ममता के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे।

राजभवन में शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीधे राज्य सचिवालय नवान्न के लिए रवाना हो गईं। नवान्न को ममता के आगमन के लिए विशेष तौर पर सजाया गया है। वहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।

पुलिस उपायुक्त कम्बैट, आइपीएस धृतिमान सरकार के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया जाएगा। उसके बाद सीएम राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। ममता बनर्जी अधिकारियों के साथ बैठक में कोरोना को लेकर कड़ा फैसला ले सकती हैं।

बता दें कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि करोना पर नियंत्रण उनकी पहली प्राथमिकता होगी। फिलहाल बंगाल में आंशिक लॉकडाउन है।
 


संबंधित खबरें