सतना में नकल करने के बाद भी अधिकांश शिक्षक हुए फेल, कैसे संवरेगा छात्रों का भविष्य

टीम भारत दीप |
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दक्षता परीक्षा में फेल होने वाले 21 शिक्षकों में से 17 शिक्षक गणित के है ।
दक्षता परीक्षा में फेल होने वाले 21 शिक्षकों में से 17 शिक्षक गणित के है ।

मालूम हो कि हाईस्कूल में 40 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम लाने वाले स्कूलों के शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा कराई गई थी। इस परीक्षा में सतना जिले से 346 शिक्षकों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 37 फीसदी शिक्षक फेल हो गए ।

सतना-मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों के हालात काफी दयनीय है। यहां पढने वाले छात्र कैसे टफ होते जा रहे प्रतियोगी  परीक्षा में मुकाम हासिल करें, क्योंकि जब गुरुजी को ही विषय का ज्ञान नही है। यह हम नहीं कह रहे है। 

मध्यप्रदेश के शिक्षा विभाग  द्वारा उन स्कूलों के शिक्षकों के लिए कराए गए परीक्षा के परिणाम बता रहे है जो किताब रखकर परीक्षा देने के बाद भी फेल हो गए । 

मालूम हो कि हाईस्कूल में 40 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम लाने वाले स्कूलों के शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा कराई गई थी। इस परीक्षा में सतना जिले से 346 शिक्षकों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 37 फीसदी शिक्षक फेल हो गए ।

इसका मतलब यह है कि सतना के सराकरी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक इतने दक्ष नहीं है कि वह छात्रों को पढा सकें।दक्षता परीक्षा में किताबा से नकल करने के बाद भी 129 शिक्षक जो विषय छात्रों को पढातें उसमें 100 में से 70 प्रतिशत नंबर नहीं पा सकें और फेल हो गए। 

 अंग्रेजी -गणित में सबसे ज्यादा फेल

अंग्रेजी ओर गणित की परीक्षा से छात्र ही नहीं यहां के शिक्षक भी  घबराते है। यहीं कारण है कि प्रदेश भर के शिक्षक संगठन शिक्षक दक्षता परीक्षा का विरोध करते है।

शिक्षकों के घबराहट की पोल दक्षता परीक्षा खोल रही है। दक्षता परीक्षा में फेल होने वाले 21 शिक्षकों में से 17 शिक्षक गणित के है ।इसी प्रकार हायर सेकंडरी के तीन शिक्षकों ने दक्षता परीक्षा दी थी। तीन में से दो शिक्षक फेल हो गए।

इसी प्रकार दक्षता परीक्षा में फेल होने वाले शिक्षकों की अंग्रेजी बहुत खराब है। फेल होने वाले आधे से ज्यादा शिक्षक अंग्रेजी के है।  यह हाल केवल सतनाा का नहीं है बल्कि मध्य प्रदेश के अधिकांश स्कूलों में यह स्थिति देखने को मिल रही है। 
 


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