अब लखनऊ की सड़कों पर खींची जाएगी लक्ष्मण रेखा,अनदेखी करने वालों पर लगेगा जुर्माना

bharatdeep news |

ट्रैफिक सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में विभाग द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है।
ट्रैफिक सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में विभाग द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है।

समार्ट सिटी में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मेनेजमेंट सिस्टम से चालकों पर नजर रखने की तैयारी है। तेज गति से ओवरटेक करने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर पीली पट्टी खींचने जा रहा है। वाहन चालकों को इस पट्टी के भीतर ही वाहन चलाना होगा। ऐसा न करने वालों पर जुर्माना किया जाएगा।

लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब ट्रैफिक नियमों में लापरवाही महंगी पड़ेगी। वहीं यहां की सड़कों पर पीली पट्टीनुमा लक्ष्मण रेखा भी खींची जा रही है, जिसे पार करना वाहन चालकों को भारी पड़ने वाला है। ऐसा करने पर आपकों जुर्माना चुकाना पड़ेगा।

दरअसल समार्ट सिटी में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मेनेजमेंट सिस्टम से चालकों पर नजर रखने की तैयारी है। तेज गति से ओवरटेक करने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर पीली पट्टी खींचने जा रहा है। वाहन चालकों को इस पट्टी के भीतर ही वाहन चलाना होगा।

ऐसा न करने वालों पर जुर्माना किया जाएगा। दरअसल सड़कों पर जल्दबाजी के चक्कर में लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने लगते है। जिस कारण यह अनदेखी कभी-कभी बड़े हादसे का सबब बन जाती है। वहीं अब नियमों की अनदेखी करने पर सड़कों और चौराहों पर लगें सीसीटीवी कैमरे और सेंसर की मदद से चालान कट जाएगा।

बताया जा रहा कि अब सड़कों पर खीची जा रही यह पीली रेखा लक्ष्मण रेखा बन जाएगी। वहीं ट्रैफिक विभाग के मुताबिक इस व्यवस्था से वाहन चालक एक ही लाइन में चलेंगे और ओवरटेक करने की जल्दबाजी भी नहीं होगी। बताया गया कि सड़कों पर यह पीली रेखा डिवाइडर का कार्य करेंगी।

अपर पुलिस उपायुक्त यातायात के पूणेन्द्र सिंह के अनुसार ट्रैफिक सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में विभाग द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है। राजधानी में दो लेन वाली सड़कों के बीच पीली पट्टी खींचकर ट्रैफिक सुधार किया जाएगा।

इस नियम का पालन न करने वाले वाहन चालकों पर धारा 119/177 के तहत 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस व्यवस्था के आने से शहर को जाम से मुक्त कराने की दिशा में फायदा मिलेंगा। वाहन एक ही कतार में चल सकेंगे। दुर्घटना की संभावनाओं में कमी आने समेत कई और भी फायदे होंगे। 
 


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