कानपुर एनकाउंटर: 8 शहादत का बदला पूरा, 8 दिन बाद विकास गैंग का चैप्टर क्लोज़

टीम भारत दीप |
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विकास दुबे व उसकी गैंग
विकास दुबे व उसकी गैंग

पुलिस ने एक—एक करके विकास के सभी खासमखास गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराया। इसी के साथ ही कानपुर में विकास दुबे के आतंक का चैटर क्लोज़ हो गया।

कानपुर। कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद पुलिस ने विकास दुबे की पूरी गैंग को खत्म करके 8वें दिन ले लिया है। पुलिस ने एक—एक करके विकास के सभी खासमखास गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराया। इसी के साथ ही कानपुर में विकास दुबे के आतंक का चैटर क्लोज़ हो गया। 

कानपुर कांड के आठ दिन बाद हुआ ढेर
पिछले हफ्ते आठ पुलिसवालों की हत्या करने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को शुक्रवार सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया है। उसे मध्यप्रदेश से कानपुर ला रही यूपी एसटीएफ की गाड़ी रास्ते में पलट गई। मौका पाकर उसने पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस तरह आतंक का पर्याय बन चुके दुबे का अंत हो गया। 

कुछ देर बाद ही मारा गया था मामा और अतुल दुबे
कानपुर एनकाउंटर के बाद तीन जुलाई को पुलिस की बिकरू गांव के जंगलों में विकास दुबे के गैंग से मुठभेड़ हो गई। इसमें पुलिस ने विकास के मामा मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और साथी अतुल दुबे को मार गिराया था। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। मामले को लेकर कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया था कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों के पास से पुलिस से लूटी गई पिस्टल बरामद हुई है। जिससे यह साफ होता है कि बदमाश कानपुर एनकाउंटर के दौरान मौके पर मौजूद थे।

हमीरपुर में मारा गया था राइट हैंड अमर दुबे 
आठ जुलाई को तड़के यूपी के हमीरपुर में यूपी एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने मुठभेड़ में विकास दुबे का राइड हैंड कहे जाने वाले और सबसे खास आदमी अमर दुबे को मार गिराया था। मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ल और एसटीएफ के सिपाही घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अमर को विकास के शूटरों में सबसे भरोसेमंद माना जाता था। वो राइफल लेकर हमेशा विकास के साथ रहता था। उसकी हाल ही में शादी हुई थी।

प्रभात मिश्रा की मुठभेड़ में मौत
कानपुर पुलिस टीम जब फरीदाबाद से गिरफ्तार विकास दुबे के खास आदमी प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में उसने पुलिस से पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस ने भी उसपर गोली चलाई जिससे वो घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इटावा में मारा गया प्रवीण उर्फ बउवा
विकास दुबे के एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा को पुलिस ने नौ जुलाई को इटावा मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार बिकरू गांव निवासी प्रवीण उर्फ बउवा ने महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को जैसी ही लूट की सूचना मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया गया। इसके बाद पुलिस और बउवा के बीच फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग के दौरान बउवा ढेर हो गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में सफल रहे।


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