निजीकरण पर रोष: बैंक कर्मियों ने यूं भरी हुंकार, अब तक 30 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित

टीम भारत दीप |
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हड़ताल के पहले दिन करीब 30 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है।
हड़ताल के पहले दिन करीब 30 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है।

निजीकरण के खिलाफ बैंककर्मियों की दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को राजधानी में भारी संख्या में बैंककर्मियों ने एकजुट होकर निजीकरण के खिलाफ हुंकार भरते हुए अपनी आवाज बुलंद की। इससे पहले हड़ताल के पहले दिन जानकारी के मुताबिक करीब 30 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है।

लखनऊ। केन्द्र सरकार के बैंकों के निजीकरण के फैसले के विरोध में बैंक कर्मी लामबंद्ध है। बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंककर्मियों की दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को राजधानी में भारी संख्या में बैंककर्मियों ने एकजुट होकर निजीकरण के खिलाफ हुंकार भरते हुए अपनी आवाज बुलंद की।

इससे पहले हड़ताल के पहले दिन जानकारी के मुताबिक करीब 30 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है। बताया गया कि हड़ताल के कारण से आम जनता एटीएम में कैश न होने से बैंकों में कामकाज ठप होने से हलकान रही। बताया गया कि प्रदेश के 26 जिलों के सात हजार बैंक कर्मी तो देश के 45 ग्रामीण बैंकों के एक लाख बैंक कर्मी इस हड़ताल में शामिल है।

सोमवार से शुरू हुई हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार शाम समाप्त हो जाएगी। बताया गया कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण करने की केंद्र सरकार के प्रयासों के विरोध में दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आवाहन सोमवार को किया गया था।

पहले दिन के बाद दूसरे दिन भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रधान कार्यालय के सामने विशाल सभा के बाद बैंक कर्मियों ने जोरदार खिलाफत करते हुए अपनी आवाज बुलंद की। वहीं नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लाइज के प्रदेश महामंत्री केके सिंह के मुताबिक बड़े औद्योगिक घरानों को द्वारा बैंकों को खूब लूटा जा रहा है।

इधर ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के महामंत्री दिलीप चौहान के अनुसार बैंक कर्मी केन्द्र सरकार की मनमानी नहीं चलने देंगे। वहीं ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के दीप बाजपेई ने बताया कि सरकार जनता की गाढ़ी कमाई पूंजीपतियों के हवाले करना चाह रही है।

उधर फोरम के प्रदेश संयोजक वाईके अरोड़ा के मुताबिक सरकार बैंकों का निजीकरण कर पूंजीपतियों के हाथ मजबूत करना चाहती है। मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने कहा कि हड़ताल के दूसरे दिन राजधानी में सभा व प्रदर्शन इंडियन बैंक शाखा हजरतगंज समेत विभिन्न शाखाओं पर किया जा रहा है।

बताया गया कि नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के हजरतगंज स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हुई बैठक में बीमा कर्मियों व अधिकारियों के संयुक्त प्रदर्शन का 17 मार्च को संगठन ने ऐलान किया है। इस दिन बीमा उद्योग संबंधित नेशनल, ओरिएंटल इंश्योरेंस, न्यू इंडिया इंश्योरेंस में सभी कार्यालय बंद रहेंगे।

संयुक्त मोर्चा के संयोजक सुधीर सक्सेना के मुताबिक अगस्त 2017 से लंबित वेतन पुनरीक्षण के लिए वार्ता एनपीएस का समाप्त कर सभी को पेंशन स्कीम 1995 का लाभ समेत अन्य मांगे पूरी करवाने के संयुक्त हड़ताल की जाएगी।
 


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