श्रीराम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में 175 लोगों को न्योता, मुख्य यजमान के नाम भी तय

टीम भारत दीप |

सचिव चंपत राय ने मीडिया को इसकी जानकारी दी।
सचिव चंपत राय ने मीडिया को इसकी जानकारी दी।

कोरोना महामारी और अन्य कारणों से सभी आमंत्रित लोग अयोध्या नहीं पहुंच पाएंगे। 90 वर्ष से अधिक आयु के महानुभावों का इस अवस्था में अयोध्या तक आना न तो सम्भव है, न ही व्यावहारिक।

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में 175 शख्सियतों को न्योता दिया गया है। श्रीराम मंदिर तीर्थ ट््रस्ट क्षेत्र की ओर से सचिव चंपत राय ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। 

सोमवार शाम को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सचिव चंपत राय ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुभारंभ कार्यक्रम में कुल 175 महानुभावों को आमंत्रित किया गया है। देशभर की कुल 36 आध्यात्मिक परंपराओं के 135 संत कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। अयोध्या के गण्यमान्य नागरिकों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी और अन्य कारणों से सभी आमंत्रित लोग अयोध्या नहीं पहुंच पाएंगे। 90 वर्ष से अधिक आयु के महानुभावों का इस अवस्था में अयोध्या तक आना न तो सम्भव है, न ही व्यावहारिक। इसी प्रकार चातुर्मास के कारण शंकराचार्य जी और कई संत भी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाएंगे।

ये होंगे मुख्य यजमान
ट््रस्ट के सचिव चंपत राय ने जानकारी दी कि भूमि पूजन कार्यक्रम के मुख्य यजमान विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख और राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे अशोक सिंहल के परिवार के लोग होंगे। उनके परिवार से महेश भागचन्दका और पवन सिंहल मुख्य यजमान की भूमिका निभाएंगे। 

पीएम मोदी का कार्यक्रम 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को सबसे पहले हनुमानगढ़ी में श्रीहनुमानजी महाराज का दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद फिलहाल जहां श्रीरामलला विराजमान हैं, उस मन्दिर में भगवान का पूजन करेंगे। इसे बाद वे निर्माण स्थल पर भूमिपूजन कार्यक्रम में भाग लेंगे। 

प्रधानमंत्री के हाथों से भूमि पूजन के बाद मंच पर कार्यक्रम होगा। यहां प्रधानमंत्री के साथ आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, महंत नृत्यगोपाल दास, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। 


देशभर में अयोध्या सा हो माहौल
चंपत राय ने मीडिया को बताया कि देश के लगभग 2000 तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया है। इसके अतिरिक्त देश भर से पूज्य शंकराचार्यों और पूजनीय सन्तों ने अपने प्रेम और श्रद्धा स्वरूप विभिन्न भेंट भेजी हैं।

श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट््रस्ट की ओर से अपील की गई है कि जैसा दिव्य वातावरण अयोध्या में दिख रहा है, वैसा ही देश के सभी नगरों और ग्रामों में दिखना चाहिए। सभी रामभक्तों से भजन, कीर्तन, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम कोरोना महामारी की सावधानियां बरतते हुए सभी स्थानों पर आयोजित किए जाएं।


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