आखिरी वक्त में राम-राम रटती कांग्रेस

संपादक |
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कांग्रेस पार्टी चाहती तो देश का मूड भांपकर राममंदिर मुद्दे को परिणाम की ओर ले जा सकती थी।
कांग्रेस पार्टी चाहती तो देश का मूड भांपकर राममंदिर मुद्दे को परिणाम की ओर ले जा सकती थी।

अन्य पार्टियों ने देखा कि अब ये कार्यक्रम किसी कीमत पर रूकने वाला नहीं है तो उनके नेताओं ने भी राम-राम जपना शुरू कर दिया लेकिन तब तक बीजेपी इसे कैश कराने में मीलों आगे निकल चुकी थी।

यूं तो राम सबके हैं और संसार में जो कुछ भी है सब राममय है। गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है- ‘जड़ चेतन जग जीव सब सकल राममय जान‘। इसके बाद भी भारत में और विशेषकर अयोध्या में अपने अस्तित्व के लिए राम ने 492 साल का संघर्ष किया। 

आजादी के बाद भारत में सर्वाधिक समय तक सत्ता के शीर्ष पर रहने वाली पार्टी आखिरी वक्त तक राम को नकारती रही। उसका कोई न कोई नेता भारत वर्ष के सर्वमान्य महापुरूष के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करता रहा। 

दूरदर्शन पर श्रीराम जन्मभूमि के कार्यक्रम को लाइव दिखाने पर भी आपत्ति की गईं लेकिन राम बाधाओं के समुद्र पार कर निकले और उनके मंदिर के पूजन का कार्य भारत के प्रधानमंत्री के हाथों संपन्न हुआ। 

जैसे-जैसे अन्य पार्टियों ने देखा कि अब ये कार्यक्रम किसी कीमत पर रूकने वाला नहीं है तो उनके नेताओं ने भी राम-राम जपना शुरू कर दिया लेकिन तब तक बीजेपी इसे कैश कराने में मीलों आगे निकल चुकी थी। 

दरअसल राम को भाजपा का मुद्दा बनने ही अन्य पार्टियों ने दिया है। इसमें सबसे बड़ी असफलता कांग्रेस के लिए है। कांग्रेस पार्टी चाहती तो देश का मूड भांपकर राममंदिर मुद्दे को परिणाम की ओर ले जा सकती थी। 

लेकिन, तुलसी बाबा कह गए हैं कि होइए सोइ जो राम रचि राखा। अब यह श्रेय भाजपा और खासकर नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के हिस्से लिखा था तो उन्हें ही मिला। कांग्रेस पार्टी ने सबसे अंत में समय का रूख भांपा और भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से राममंदिर को लेकर ट्वीट आया। 

 

हालांकि कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ कल से ही रामकृपा पाने के लिए हनुमान जी को मनाने में लगे थे। आज पार्टी भी अपने कार्यालयों पर दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम करेगी। अब तक टीवी पर बैठकर राम का विरोध करने वाले पार्टी के प्रवक्ता भी राम-राम रटने लगे हैं। 

राम ने तो उन वाल्मीकि का भी उद्धार किया जो मरा-मरा रटते रहे। ऐसे में आखिरी वक्त ही सही राम-राम रटकर कांग्रेस की वैतरणी भी पार लग ही जाएगी। वैसे भी राम को किसी से द्वेष नहीं है- राम सबके हैं और रामहि केवल प्रेम पियारा, जान लेहु सो जाननि हारा।।

सभी देशवासियों को भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। 


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