छत्‍तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए अयोध्या के लाल राजकुमार हुए शहीद

टीम भारत दीप |

शहीद जवान की मां गंभीर रूप से कैंसर पीड़ित हैं,  बेटे की शहादत से मां का बुरा हाल है।
शहीद जवान की मां गंभीर रूप से कैंसर पीड़ित हैं, बेटे की शहादत से मां का बुरा हाल है।

राजकुमार यादव पुत्र स्वर्गीय सूरज लाल यादव अयोध्या कोतवाली रानोपाली, अयोध्या क्षेत्र के निवासी थे. जिनका जन्म 4 जून 1976 में हुआ और अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद 4 अक्टूबर 1995 में सीआरपीएफ बटालियन के कोबरा कमांडो में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे।

अयोध्या। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए अयोध्या का एक लाल शहीद हो गया। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ बीजापुर में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 24 जवान शहीद हुए थे।

शहीदों में डीआरजी के 8, एसटीएफ के 6,कोबरा बटालियन के 9 और बस्तर बटालियन का एक जवान शामिल है। इस आपरेशन में उत्तर प्रदेश के कई जवान शामिल हुए है, अयोध्या का एक लाल राजकुमार यादव भी शहीद हुआ है।

राजकुमार की  शहादत की खबर सुनते ही परिवार में गम का माहौल छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, उसके घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ के साथ ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे। 

राजकुमार यादव पुत्र स्वर्गीय सूरज लाल यादव अयोध्या कोतवाली रानोपाली, अयोध्या क्षेत्र के निवासी थे. जिनका जन्म 4 जून 1976 में हुआ और अपनी पढ़ाई—लिखाई पूरी करने के बाद 4 अक्टूबर 1995 में सीआरपीएफ बटालियन के कोबरा कमांडो में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे।

2015 में प्रमोशन के बाद हेड कांस्टेबल बनाए गए थे। राजकुमार घर के सबसे बड़े बेटे थे। उनके  बाद घर मेंं दो छोटे भाई रामविलास और मुरारी लाल हैं। तो वहीं इनकी पत्नी ज्ञानमती यादव और 2 पुत्र 15 वर्षीय शिवम और 10 वर्षीय हिमांशु हैं। राजकुमार की शहादत से पूरा परिवार सदमे में है।

छोटे भाई रामविलास ने बताया कि दिसंबर माह में एक शादी के दौरान अयोध्या पहुंचे थे, लेकिन 10 जनवरी को फिर वह ड्यूटी पर चले गए फोन से लगातार बातें होती रही हैं।

दो दिन पहले घर पर की थी बात

अभी 2 दिन पूर्व ही बातें हुई और सबको सुख कुशल मंगल बताया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद डीएम अनुज झा और एसएसपी शैलेश पांडेय, सुरक्षा के अधिकारी घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात किया है।

आवश्यक जानकारी लेकर मदद दिलवाने की बात कही है। दरअसल बताया जा रहा है कि शहीद जवान की मां गंभीर रूप से कैंसर पीड़ित हैं। घर में सबसे बड़े शहीद राज कुमार यादव ही थे। वहीं बेटे की शहादत से मां का बुरा हाल है। पति की खबर सुनकर पत्नी के मुह से आवाज तक नहीं नहीं निकल रहीं उसकी आंखों से बस आंसू निकल रहे है।


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