सैलरी अकाउंट के हैं कई फायदे, बचत खाते में सैलरी ले रहे हैं तो पढ़ें ये

टीम भारत दीप |
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आपके बैंक से जुड़े तमाम काम-काज की देखरेख करता है।
आपके बैंक से जुड़े तमाम काम-काज की देखरेख करता है।

आपके बैंक को पता चले कि कुछ समय से आपके अकाउंट में सैलरी नहीं आ रही है तो आपको मिली तमाम सुविधाएं वापस ले ली जाती हैं और आपके बैंक अकाउंट को नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तरह ही जारी रखा जाता है।

बैंकिंग डेस्क। जब आप की किसी भी कंपनी या संस्थान में नौकरी लगती है तो सबसे पहले आपकी सैलरी के तहत आपका सैलरी अकाउंट बनाया जाता है। आप में से बहुत इस अकाउंट का इस्तेमाल केवल सैलरी लेने के लिए ही करते हैं, लेकिन क्या आपको यह पता है कि इस अकाउंट के जरिए आप और भी ढेरों फायदे उठा सकते हैं। 

चूंकि आप इस अकाउंट का अधिक यूज नहीं करते इस कारण बैंक भी आपको इससे होने वाले फायदों के बारे जानकारी नहीं देता। लेकिन, हम आपकों यहां जो जानकारी देने जा रहे हैं उससे आप भी इस अकाउंट के जरिए मिलने वाली सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं।

जानकारी के अनुसार अगर आपके पास बहुत सारा रूपया है तो आप वैल्थ सैलरी अकाउंट भी खोल सकते हैं। इससे आपको बैंक डेडिकेटिड वेल्थ मैनेजर देता है। यह मैनेजर आपके बैंक से जुड़े तमाम काम-काज की देखरेख करता है।

वहीं कुछ बैंक पेरोल अकाउंट्स को क्रेडिट कार्ड देने, ओवरड्राफ्ट, सस्ते लोन, चेक, पे ऑर्डर व डिमांड ड्राफ्ट की फ्री रेमिटेंस, फ्री इंटरनेट ट्रांजेक्शंस जैसी सुविधाएं भी प्रदान करते हैं। वहीं यदि आपके बैंक को पता चले कि कुछ समय से आपके अकाउंट में सैलरी नहीं आ रही है तो आपको मिली तमाम सुविधाएं वापस ले ली जाती हैं और आपके बैंक अकाउंट को नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तरह ही जारी रखा जाता है। 

एक बैंक से दूसरे बैंक में अकाउंट बदलने के लिए भी सैलेरी अकाउंट के मामले में बैंक इसका प्रोसेस आसान रखते हैं। लेकिन वे इसमें कुछ शर्ते जरूर रखते हैं। सैलरी अकाउंट खोलने के लिए आपका किसी कॉरपोरेट बॉडी में कार्यरत होना जरूरी है और आपकी कंपनी के उस बैंक से सैलेरी अकाउंट रिलेशनशिप होना जरूरी होता है। 

साथ ही इसके लिए जरूरी है कि ग्राहक का उसी बैंक में कोई और खाता न हो। वहीं बैंक आपको पर्सनलाइज्ड चेक बुक देता है, जिसके हर चेक पर आपका नाम छपा होता है। आप बिल भुगतान की सुविधा ले सकते हैं, नहीं तो फोन या इंटरनेट के जरिए पेमेंट्स कर सकते हैं। 

सेफ डिपॉजिट लॉकर, स्वीप-इन, सुपर सेवर फैसिलिटी, फ्री पेबल-एट-पार चेकबुक, मुफ्त इंस्टाअलर्ट्स, फ्री पासबुक और फ्री ईमेल स्टेटमेंट जैसी सुविधाएं भी आपकों यहां मिलती है। आपको यह भी बताते चलें कि कर्मचारी को सैलरी अकाउंट में जीरो क्वार्टली बैलेंस रखने की इजाजत होती है और साथ ही यह अकाउंट जीरो बैलेंस पर भी खोला जा सकता है। 

बैंक में खाता खोलने के लिए अमूमन 1000 रुपये डिपॉजिट करने होते हैं। इसके अतिरिक्त साधारण अकाउंट के एटीएम इस्तेमाल करने पर दूसरे बैंक चार्ज करते हैं। नए नियमों के मुताबिक, सैलरी अकाउंट के एटीएम से पैसा निकालने में दूसरे बैंक से 3 बार मुफ्त पैसे निकालने और अपनी ब्रांच पर मुफ्त में पैसे निकालने की सुविधा है। 

नए नियम के अनुसार ये सुविधा कुछ ही बैंक एटीएम पर उपलब्ध है। जैसे कोटक महिंद्रा बैंक और फेडरेल बैंक जैसे छोटे बैंक ये सुविधा देते हैं। एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक एक तय लिमिट के बाद मुफ्त ट्रांजेक्शन की सुविधा नहीं देते हैं।


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