यूपीः फर्जी शिक्षकों से वसूले जाएंगे 900 करोड़, नोटिस जारी

टीम भारत दीप |
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अधिकतर प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन भी पा चुके थे।
अधिकतर प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन भी पा चुके थे।

बेसिक शिक्षा विभाग एसआईटी जांच के आधार पर 930 शिक्षकों को बर्खास्त कर चुका है। 497 पर कार्रवाई प्रक्रिया में है। पहले चरण में 1427 शिक्षकों से वेतन की वसूली की जाएगी।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के फर्जी शिक्षकों पर विभाग वसूली का हंटर चलाने जा रहा है। इसके लिए विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की ओर से नोटिस जारी किया गया है। इसमें सभी जिलों के बीएसए से कहा गया है कि वे अपने जिले के फर्जी शिक्षकों से दिए गए वेतन की वसूली करें। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में लगभग साढे़ चार हजार शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई थी। ये सभी डिग्रियां डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के नाम की वर्ष 2004-2005 की थीं। मामले में हाईकोर्ट के निर्देश पर जब एसआईटी ने जांच की तो इस पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ। 

इसके बाद कई जिलों में फर्जी डिग्री से नौकरी पाने वालों को बर्खास्तगी के नोटिस जारी हुए लेकिन हाईकोर्ट से स्टे मिलने के कारण इन शिक्षकों को इस शर्त पर सेवा में लिया गया कि प्रकरण का निस्तारण होने तक उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा। 

बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग एसआईटी जांच के आधार पर 930 शिक्षकों को बर्खास्त कर चुका है। 497 पर कार्रवाई प्रक्रिया में है। पहले चरण में 1427 शिक्षकों से वेतन की वसूली की जाएगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रति शिक्षक करीब 60 लाख की वसूली होनी है। ऐसे में 900 करोड़ रूपया वसूला जाएगा। 

इतना ही नोटिस सभी ब्लाॅक के खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएं। बता दें कि इन फर्जी शिक्षकों में अधिकतर प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन भी पा चुके थे। 


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