अनामिका शुक्ला के बाद फर्जी शिक्षिका पूनम पांडेय पकड़ी गई, अब काटनी होगी जेल

टीम भारत दीप |

बीएड के प्रमाण पत्रों को जांच के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा भेजा गया।
बीएड के प्रमाण पत्रों को जांच के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा भेजा गया।

अनामिका शुक्ला की तरह मुरादाबाद में पूनम पांडेय ने फर्जीवाड़ा करके नौकरी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कर रही थी, शक होने पर उसके दस्तावेजों की जांच कराई गई तो सब फर्जी निकले फिर बर्खास्त कर मामला दर्ज कराया गया, अब रिकवरी की तैयारी चल रही है।

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में फिर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मुरादाबाद में एक और ​फर्जी शिक्षिका पकड़ में आई है।

शिक्षा विभाग ने फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद शिक्षिका को बर्खास्तक कर दिया और उससे वसूली की कार्रवाई की जा रहीं है। यहीं नहीं शिक्षा विभाग ने महिला पर धोखाधड़ी का केस भी दर्ज कर दिया है। 

अनामिका शुक्ला की तरह मुरादाबाद में पूनम पांडेय ने  फर्जीवाड़ा करके नौकरी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कर रही थी, शक होने पर उसके दस्तावेजों की जांच कराई गई तो सब फर्जी निकले फिर बर्खास्त कर मामला दर्ज कराया गया, अब रिकवरी की तैयारी चल रही है। 

बालिका शिक्षा सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक रजत कुमार भट्नागर की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय डींगरपुर में कंप्यूटर विषय की पूर्णकालिक शिक्षिका के पद पर तैनात रही पूनम पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

पूनम ने 17 मई 2014 में फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नियुक्ति पा ली थी। जिला समन्यवक बालिका के अनुसार पूनम पांडेय के प्रमाण पत्रों को सत्यापन के लिए श्रीधर यूनिवर्सिटी पिलानी, जिला झुन्झुनू राजस्थान भेजा गया। वहां ये फर्जी साबित हुए।

बीएड के प्रमाण पत्रों को जांच के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा भेजा गया। वहां से भी प्रमाण पत्रों के फर्जी होने की जानकारी मिली। इसके बाद बीएसए योगेंद्र सिंह ने शिक्षिका पूनम पांडेय की सेवा समाप्त करने के आदेश जारी किए थे।

अब शिक्षिका से रिकवरी की तैयारी चल रही थी। फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद ही सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी डीएसपी दरवेश कुमार ने बताया कि बर्खास्त शिक्षिका के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

अनामिका शुक्ला ने चौकाया था

मालूम हो कि इसी साल जून में अनामिका शुक्ला नाम की एक फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आया था। इस शिक्षिका ने फर्जी प्रमाण पत्रों के माध्यम से एक साथ 25 जिलों में नौकरी करती पाई गई थी। बाद में शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया था। इस प्रकरण ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में व्यापत भ्रष्टाचार को उजागर किया था। 
 


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