संविदा पर नौकरी की बातों में सच्चाई नहीं, डिप्टी सीएम बोले नहीं होने जा रहा कोई बदलाव

टीम भारत दीप |

डिप्टी सीएम का यह बयान काफी कुछ कहता है।
डिप्टी सीएम का यह बयान काफी कुछ कहता है।

सरकारी नौकरियों में चयन के बाद पांच साल संविदा पर काम लेने की खबरें आने के बाद प्रतियोगी छात्र विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रयागराज आए केशव प्रसाद मौर्य ने सर्किट हाउस में सरकार की स्थिति स्पष्ट की।

प्रयागराज। बेरोजगारों के हल्ला बोल प्रदर्शन के बाद उनके लिए एक और खुशखबरी है। अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी नौकरियों के नियम में कोई बदलाव नहीं कर रही है। 

न शुरुआत में पांच साल संविदा पर काम लिया जाएगा, न ही रिटायरमेंट की आयु सीमा 50 साल होगी। सारी बातें काल्पनिक व निरर्थक हैं। डिप्टी सीएम का यह बयान छात्रों के प्रदर्शन के एक दिन बाद आया है। सुबह सीएम योगी ने प्रदेश में खाली पदों का ब्योरा मांगा और अब डिप्टी सीएम का यह बयान काफी कुछ कहता है। 


बता दें कि सरकारी नौकरियों में चयन के बाद पांच साल संविदा पर काम लेने की खबरें आने के बाद प्रतियोगी छात्र विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रयागराज आए केशव प्रसाद मौर्य ने सर्किट हाउस में सरकार की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मुद्दाविहीन विपक्ष युवाओं को गुमराह कर रहा है। युवा विपक्ष के बहकावे में न आएं। सरकार भर्तियों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करेगी। 

योग्यता के आधार पर नौकरी 
डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा-बसपा के शासनकाल में निकलने वाली हर भर्ती भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाती थी। लाखों रुपये देने पर नौकरियां मिलती थी। वहीं भाजपा सरकार में योग्यता के आधार पर नौकरी मिल रही है।

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की 2012 से 2017 तक की भर्ती परीक्षाओं की जांच कर रही सीबीआई अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। डिप्टी सीएम ने कहा कि सीबीआई के काम में सरकार ज्यादा हस्तक्षेप नहीं करती लेकिन जांच तेज हो और दोषियों को सजा मिले सरकार उसके लिए नियमानुसार पहल करेगी। 


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