यूपी: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तारीखों का ऐलान, 15 जून से 3 जुलाई के बीच होगा चुनाव

टीम भारत दीप |

चुनाव में निर्दलीयों की भूमिका सबसे अहम होगी।
चुनाव में निर्दलीयों की भूमिका सबसे अहम होगी।

यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तारीखों की घोषणा सोमवार को की गई। बताया गया कि 15 जून से 3 जुलाई के बीच चुनाव होगा। बताते चलें कि यूपी के 75 जिलों में चार चरणों में पंचायत चुनाव हुए थे। जिसमें 15 अप्रैल को पहले चरण, दूसरे चरण 19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का चुनाव 29 अप्रैल को सपन्न हुआ था।

लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर बेसब्री से हो रहा इंतजार अब थम गया है। ​क्यों इसकी तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तारीखों की घोषणा सोमवार को की गई। बताया गया कि 15 जून से 3 जुलाई के बीच चुनाव होगा। बताते चलें कि यूपी के 75 जिलों में चार चरणों में पंचायत चुनाव हुए थे।

जिसमें 15 अप्रैल को पहले चरण, दूसरे चरण 19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का चुनाव 29 अप्रैल को सपन्न हुआ था। वहीं राज्य निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक रायबरेली, उन्नाव, लखीमपुर खीरी, वाराणसी एवं बदायूं में 6 जिला पंचायत पदों पर मतदान होना है। बताया गया कि शेष पंचायत सदस्य के लिए 186 पदों के लिए 665 नामांकन पत्र प्राप्त हुए थे।

इनमें से 31 जांच के दौरान रद्द किए गए और 73 ने नाम वापस ले लिया। बताया गया कि 446 पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद अब 137 पदों पर चुनाव हो रहा है। इसी प्रकार प्रधान के खाली 156 पदों के लिए 714 नामांकन प्राप्त हुए थे। बताया गया कि इनमें 8 नामांकन पत्र रद्द हो गए। वहीं 97 ने अपना नाम वापस ले लिया।

बताया गया कि 26 प्रधान निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद 128 पदों पर मतदान कराया जा रहा है। वहीं ग्राम पंचायत सदस्य के 2,27,504 पदों के लिए 2,51,585 नामांकन पत्र दाखिल हुए। इनमें जांच के दरम्यान 7405 नामांकन पत्र रद्द हो गए तथा 7644 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया।

बताया गया कि 2,06,941 ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए, अब 14,179 रिक्त पदों पर आज मतदान कराया जा रहा है। बताया गया कि यूपी के 75 जनपदों की कुल 3050 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी और सपा से ज्यादा निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है।

मिली जानकारी के मुताबिक जिला पंचायत सदस्यों के 3047 सीटों में सपा 759, भाजपा 768, बसपा 319, कांग्रेस 125, रालोद 69, आप 64 और निर्दलीयों को 944 सीटें मिली हैं। वहीं बताया जा रहा है कि निर्दलीय जीते हुए प्रत्याशी सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज होकर चुनाव लड़े थे।

बताया गया कि ऐसा ही समाजवादी पार्टी के भी कई सदस्यों को पार्टी का सिंबल नहीं मिला था। बताया गया कि वो नाराज होकर मैदान में उतरे और चुनाव जीतकर पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि अब यूपी के जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में निर्दलीयों की भूमिका सबसे अहम होगी। 


 


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