यूपी: जहर से बचना है तो शराब के शौकीन ऐसे करें असली-नकली की पहचान

टीम भारत दीप |
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'यूपी एक्साइज स्कैनर' ऐप करेगा मिलावटी शराब की पहचान।
'यूपी एक्साइज स्कैनर' ऐप करेगा मिलावटी शराब की पहचान।

काफी वर्षो से सरकार द्वारा आंवटित शराब के ठेकों पर भी अवैध रूप से जहरीली शराब का कारोबार फल—फूल रहा हैं। जहरीली शराब के कारण होने वाली मौतों के बाद तल्ख तेवरों के बीच ताबड़तोड़ कार्रवाई भी होती नजर आती है।

लखनऊ। जहरीली शराब का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। बीते पांच माह में ही यूपी में इसके सेवन से जान गवाने वाला का आंकड़ा सौ के पार जा चुका है।  दरअसल पहले तो दूर—दराज के गांवों में कच्ची शराब खींचने वाले अड्डों पर ही मिलावती शराब परोसी जाती थी। लेकिन इधर काफी वर्षो से सरकार द्वारा आंवटित शराब के ठेकों पर भी अवैध रूप से जहरीली शराब का कारोबार फल—फूल रहा हैं।

जहरीली शराब के कारण होने वाली मौतों के बाद तल्ख तेवरों के बीच ताबड़तोड़ कार्रवाई भी होती नजर आती है। बावजूद इसके जहरीली शराब के कारोबार पर रोक नहीं लग सकी है। जिस कारण समय—समय पर इसके सेवन से मरने वालों की मौतों पर कोहराम मचता रहता है। इसको लेकर सरकार काफी चिन्तित भी है।

 

ऐसे में जरूरी है कि जहरीली शराब की पहचान की जा सके ताकि लोग इसके सेवन से बच सके। इन सबके बीच हम आपको जो जानकारी देने जा रहे हैं। वो काफी अहम है। दरअसल यूपी एक्साइज स्कैनर एक ऐसा ऐप है, जिसके जरिए असली—नकली शराब की पहचान की जा सकती है और जहरीली शराब की ब्रिकी को रोका जा सकता है।

इसी के साथ जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौतों को भी टाला जा सकता है। 

मिलावटी शराब की पहचान के लिए डाउनलोड करें यह ऐप


दरअसल शराब सेवन करने वाले लोग शराब खरीदने से पहले गूगल प्ले स्टोर में जाकर अपने फोन में यूपी एक्साइज स्कैनर टाइप करने के बाद ऐप को डाउनलोड कर लें। जब भी किसी ठेके से जाकर शराब खरीदें तो सबसे पहले उस शराब की बोतल पर लगे बारकोड को अपने ऐप से स्कैन करें और यह देखें कि शराब कहां से बनी है।

साथ ही वास्तविक विक्रेता के द्वारा बेची जा रही है अथवा नहीं, यह भी देंखे। इससे आपको पता लग जाएगा कि यह शराब असली है या नकली।

ऐसा करने मात्र से ही मिलावटी शराब की बिक्री को रोका जा सकता है और जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों को टाला जा सकता है।
 


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