यूपीटीईटी: दूसरों की जगह परीक्षा देने आए बिहार सॉल्वर गैंग के 13 सदस्य पकड़े, तीन लेखपाल भी शामिल

टीम भारत दीप |

पकड़े गए लोगों से फर्जी प्रमाण पत्र भी बरामद हुए।
पकड़े गए लोगों से फर्जी प्रमाण पत्र भी बरामद हुए।

प्रयागराज में क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने अलग-अलग जगह से सॉल्वर पकडे गए हैं। प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र में बड़ामार स्थित शिव बालक सिंह इंटर कालेज परीक्षा केंद्र में एसटीएफ की टीम ने सुबह की पाली में असल अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर विजय बहादुर सरोज को पकड़ा।

प्रयागराज। यूपीटीईटी 2021 में रविवार को प्रयागराज और प्रतापगढ़ में कई फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए है। इस साल्वर गिरोह में बिहार के लोग शामिल है। दोनों जिलों से स्थानीय पुलिस और एसओजी ने तीन लेखपालों सहित गिरोह के 13 लोगों को पकड़ा है।

पकड़े गए लोगों में आठ सॉल्वर बताए जा रहे हैं, जो बिहार और झारखंड के रहने वाले है दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने आए थे। तीन लेखपालों में सक एक मेजा जबकि दो दूसरे जनपदों में तैनात हैं, पुलिस देर रात तक आरोपियों अन्य साथियों के बारे में जानकारी करती रही।

प्रयागराज में क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने अलग-अलग जगह से सॉल्वर पकडे गए हैं। प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र में बड़ामार स्थित शिव बालक सिंह इंटर कालेज परीक्षा केंद्र में एसटीएफ की टीम ने सुबह की पाली में असल अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर विजय बहादुर सरोज को पकड़ा।

इसी तरह जौनपुर में सिकरारा के मीठीपार गांव के रामबहादुर ने बताया कि वह दीपक कुमार निवासी बिट्ठलपुर, सराय ममरेज, प्रयागराज की जगह परीक्षा दे रहा था।

जौनपुर में भी पकड़ा यगा एक आरोपी

पूछताछ में आरोपित ने स्वीकार किया कि दीपक से उसका 35 हजार रुपये में परीक्षा देने की बात हुई थी, एडवांस पांच हजार रुपये दीपक ने दिए थे। टीईटी में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर एसओजी टीम सुरागकशी में लगी थी।

इसी दौरान जंक्शन के पास 13 संदिग्धों को पकड़ा गया, जिनके कब्जे से बड़ी मात्रा में प्रवेश पत्र, आधार कार्ड आदि मिले, इनमें से आठ लोगों ने खुद को अभ्यर्थी व अन्य ने अभिभावक बताया, लेकिन जब इनके बताए गए परीक्षा केंद्रों पर जाकर तस्दीक की गई तो पता चला कि इनके कब्जे से बरामद प्रवेश पत्र जाली हैं।


थाने लाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि सभी सॉल्वर गिरोह के सदस्य हैं, जो टीईटी में सेंधमारी करने की तैयारी में थे, पकड़े गए लोगों में से आठ सॉल्वर हैं, जिन्हें बिहार से बुलाया गया था,इनमें से एक गिरोह का सरगना पवन कुमार यादव भी है। पकड़े गए लोगों में तीन लेखपाल भी शामिल हैं और इन्होंने ही पवन के माध्यम से सॉल्वर गिरोह के जरिए परीक्षा में सेंधमारी की तैयारी की थी।

ये सामान हुआ बरामद

पुलिस ने सॉल्वर गिरोह से बड़ी मात्रा में जाली दस्तावेज ​बरामद किए हैं,इनमें नौ आधार कार्ड, नौ प्रवेश पत्र, आठ मार्कशीट, 41 हजार से अधिक नगदी, 14 मोबाइल, एक होंडा सिटी कार और एक बाइक शामिल है।

एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में तीन अन्य लोगों के नाम सामने आए है, इनमें मांडा का जयदीप मौर्या, गाजीपुर का अवधेश और पटना, बिहार का रहने वाला मुन्ना शामिल हैं, तीनों इस खेल में सॉल्वर गिरोह के मददगार हैं, जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है।

पकड़े गए गिरोह के सदस्य

  • पवन कुमार यादव निवासी देवंधा, गोड्डा, झारखंड(सरगना, सॉल्वर)
  • गुलशन कुमार निवासी देवंधा, गोड्डा, झारखंड(सॉल्वर)
  • अभिनव सिन्हा निवासी घोसी, जहानाबाद, बिहार(सॉल्वर)
  • मनीष कुमार यादव निवासी नयागांव, बौसी, बांका बिहार(सॉल्वर)
  • शुभम कुमार निवासी देवंधा, गोड्डा, झारखंड (सॉल्वर)
  • विभूति प्रसाद निवासी बौसी, बांका बिहार (सॉल्वर)
  • राणा रंजन निवासी कढैया, शोरबाजार, सहरसा बिहार (सॉल्वर)
  • रंजन कुमार निवासी अमरपुर, बांका, बिहार (सॉल्वर)
  • राहुल यादव निवासी सोहवल, गाजीपुर(चकबंदी लेखपाल, गोरखपुर)
  •  राधेश्याम वर्मा निवासी बहरियाबाद गाजीपुर(चकबंदी लेखपाल, गोरखपुर)
  • कमलेश कुमार मौर्य निवासी भेड़ा, लालगंज, मिर्जापुर(चकबंदी लेखपाल, मेजा प्रयागराज)
  • सर्वेश कुमार भट्ट निवासी रुद्रपुर, गोरखपुर(सहयोगी)
  • युगल किशोर निवासी देवंधा, गोड्डा, झारखंड(सहयोगी)

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