गाजियाबाद पुलिस ने 15 घंटे में जिस शव की शिनाख्त की वो महिला जिंदा आ गई सामने

टीम भारत दीप |

बाएं खड़ी महिला ने खुद को बरीशा बताया है।
बाएं खड़ी महिला ने खुद को बरीशा बताया है।

इधर सवाल है कि आखिर जिस महिला की लाश सूटकेस में मिली थी, आखिर वो कौन थी। एसपी सिटी गाजियाबाद का कहना है कि महिला की शिनाख्त उसके घरवालों ने ही की, इस आधार पर पुलिस कार्रवाई की गई।

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने 15 घंटे में एक शव की शिनाख्त जिस महिला के रूप में की थी, वह सामने आ गई है। उसकी गुमशुदगी बुलंदशहर में दर्ज थी और शिनाख्त होने के बाद दहेज हत्या के मामले में पति और अन्य ससुरालीजनों को जेल भेजा जा चुका है। 

अब मामला खुलने से पूरा केस ही उल्टा पड़ गया। इधर सवाल है कि आखिर जिस महिला की लाश सूटकेस में मिली थी, आखिर वो कौन थी। एसपी सिटी गाजियाबाद का कहना है कि महिला की शिनाख्त उसके घरवालों ने ही की, इस आधार पर पुलिस कार्रवाई की गई। 

बता दें कि 27 जुलाई को गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र के दशमेश कालोनी में एक लावारिस सूटकेस मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे खोलकर देखा तो सूटकेस में एक महिला की लाश थी। शव को बांध कर सूटकेस में रखा गया। उसके बाद यहां फेंक दिया गया। 

पुलिस ने मृतका के फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया और कई व्हाट्सएप ग्रुप पर फाॅरवार्ड किया गया। ऐसे में दिल्ली निवासी युवक इस्माइल जो कि खुद को उस महिला का भाई बताता था उसने सोशल मीडिया के माध्यम से फोटो की पहचान अपनी बहन के रूप में की। 

इस्माइल के अनुसार वह लाश उसकी बहन बरीशा पुत्री जफर अली निवासी थाना हरदुआगंज अलीगढ़ की थी। इसके बाद बरीशा के घर वालों ने गाजियाबाद आकर चिकित्साधीक्षक और पुलिस के सामने लाश उनकी बेटी की होने का दावा किया। इस आधार पर पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। 

गाजियाबाद पुलिस ने 15 घंटे में सुलझा लिया केस, सूटकेस में मिली महिला के साथ हुआ ये

परिवारीजनों ने बताया कि उन्होंन अपनी बेटी की शादी बुलंदशहर निवासी आमिर के साथ की थी। मायके वाले आए दिन उसे दहेज के लिए परेशान करते थे और मारपीट करते थे। 22 जुलाई से उनकी बेटी लापता थी, जिसकी गुमशुदगी उन्होंने बुलंदशहर में दर्ज कराई। 

शव की शिनाख्त करने के बाद मायके वालों ने कोतवाली बुलंदशहर में दहेज को लेकर हत्या का केस दर्ज कराया। गाजियाबाद पुलिस ने भी मामला बुलंदशहर भेजकर चैन की सांस ली। मामले मेें बुलंदशहर पुलिस ने आरोपी पति और उसके घरवालों को जेल भेज दिया। 

ऐसे खुला मामला
एसएसपी बुलंदशहर संतोष सिंह ने बताया कि सोमवार 3 अगस्त को एक महिला ने अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र में पुलिस के सामने पहुंचकर खुद को बरीशा पुत्री जफर अली बताया। उसने कहा कि उसके घरवालों ने किसी महिला के शव को उसका बताकर शिनाख्त कर दी है। 

अलीगढ़ पुलिस ने मामले की सूचना बुलंदशहर पुलिस को दी। इस पर महिला का तत्काल बुलंदशहर लाया गया। इसके बाद महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 1 जून 2020 को बुलंदशहर निवासी आमिर के साथ हुई थी। 

उसका पति आए दिन दहेज के लिए उससे मारपीट करता था। 22 जुलाई को इससे आजिज आकर वह घर छोड़कर चली गई थी। इसके बाद वह नोएडा में सुनीता नाम की महिला के साथ रह रही थी। एसएसपी ने बातया कि महिला यहां किसी जगह पहले काम कर चुकी है। उसे जब जानकारी हुई तो उसने पुलिस को सूचना दी। 

एसएसपी का कहना है कि चूंकि मामले में दहेज उत्पीड़न की बात सही है, ऐसे में केस से हत्या की धारा हटाकर कार्रवाई की जा रही है। मामले से गाजियाबाद पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है। इस पर एसपी सिटी गाजियाबाद ने बताया कि चूंकि पुलिस ने बरीशा के परिवारीजनों की शिनाख्त के आधार पर कार्रवाई की थी, इसलिए अब केस में आवश्यक अन्य वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। 


संबंधित खबरें