बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने कोरोना वारियर्स के लिए जो किया वह सभी बैंकों जिम्मेदारी

टीम भारत दीप |
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25 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी।
25 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी।

कई ऐसे मामले सामने आए जहां बैंककर्मी कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के अभाव में मौत का शिकार हो गए।

बैंकिंग डेस्क। बैंक ऑफ बड़ौदा ने कोरोना संक्रमण की स्थिति में अपने स्टाफ को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। यह बैंकिंग सेक्टर में लगे सभी बैंकों के लिए मिसाल है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने यह दिखा दिया कि लाॅकडाउन की शुरूआत से निर्बाध लोगों की सेवा में लगे बैंककर्मी भी असल में कोरोना वारियर्स ही हैं। 

बता दें कि केंद्र सरकार ने लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं देने वाले पुलिस, प्रशासन और मेडिकल कर्मियों को विशेष सहायता और किसी भी दुर्घटना की स्थिति में 50 लाख की मदद देने की घोषणा की थी। बैंकिंग भी एक ऐसा सेक्टर रहा जिसने कोरोना के शुरूआती दौर से निर्बाध वित्तीय सेवाएं अपने ग्राहकों को दीं। 

इस दौरान कई ऐसे मामले सामने आए जहां बैंककर्मी कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के अभाव में मौत का शिकार हो गए। एसबीआई के एक कर्मचारी को तो टेस्ट कराने के लिए भी छुट्टी न देने का मामला सामने आया था लेकिन अब बैंक ऑफ बड़ौदा ने देर से सही अपने बैंक कर्मियों को आर्थिक सहायता देने का एलान करके मिसाल देने लायक कार्य किया है। 

बैंक के जनरल मैनेजर एचआर प्रकाशवीर राठी की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया है कि बैंक ऑफ बड़ौदा का सभी कर्मचारियों को कोविड संक्रमण की स्थित में 25 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी। 

इसके अलावा आइसोलेशन रूम, कोविड जांच की राशि और किसी दुर्घटना की स्थिति में 30 लाख तक सहायता देने की घोषणा बैंक ने की है। सर्कुलर में बताया गया है कि हास्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद कर्मी एचआर कनेक्ट के माध्यम से इस सहायता राशि के लिए आवेदन कर सकते हैं।

 

किस कर्मचारी के लिए कौन से अधिकारी राशि स्वीकृत करेंगे इसकी भी लिस्ट दी है। 


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