ऑनलाइन ठगी हुई तो बैंक अधिकारियों पर भी दर्ज होगा मुकदमा

भारत दीप टीम |

पुलिस खुद भी साइबर की दुनिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाएगी।
पुलिस खुद भी साइबर की दुनिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाएगी।

ऐसे ग्राहकों की केवाईसी बैंकों को ठीक से करनी चाहिए। बताया गया कि ऐसे मामले में संबंधित बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी। उनके मुताबिक साइबर अपराध से निपटने के लिए एसटीएफ को भी साइबर पेट्रोलिंग करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

देहरादून। ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है। इस साइबर अपराध ने सभी की नींदे उड़ा रखी हैं। इसको लेकर प्रदेश के डीजीपी ने नया ऐलान किया है। दरअसल ऑनलाइन ठगी के मामले में जिस खाते को ठगी की रकम ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, उसके बैंक अधिकारियों पर भी मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

इस बाबत डीजीपी अशोक कुमार ने स्पष्ट कहा है कि संदिग्ध खातों का वैरिफिकेशन बैंक की जिम्मेदारी है। बताया गया कि प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती करार दिया। उनके मुताबिक साइबर अपराधियों को पकड़नाए थोड़ा मुश्किल होता है। साइबर अपराधी दुनिया में कहीं छिपा हो सकता है।

बताया गया कि ऐसे मामलों में देखा जाता है कि पहले संदिग्ध एकाउंट खोला जाता हैए फिर इसमें ठगी की रकम ट्रांसफर कर तत्काल ही रकम निकाल ली जाती है। ऐसे ग्राहकों की केवाईसी बैंकों को ठीक से करनी चाहिए। बताया गया कि  ऐसे मामले में संबंधित बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी।

उनके मुताबिक साइबर अपराध से निपटने के लिए एसटीएफ को भी साइबर पेट्रोलिंग करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पुलिस खुद भी साइबर की दुनिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाएगी। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि एक दिन पहले उनके पास भी एक अपरिचित का फोन आया।

जिसमें फोन करने वाले ने खुद को गुडगांव से एक बैंक का प्रतिनिधि बताया और उनका कार्ड नंबर मांगा। इस पर उन्होंने खुद उस व्यक्ति का विवरण पूछकरए उसे लताड़ा। उन्होंने बताया कि लोगों को भी ऐसे मामलों में सतर्क रहना पड़ेगा। किसी भी तरह की लॉटरी या अन्य लालच में लोगों को नहीं आना चाहिए।

 


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