सावधान! उत्तर प्रदेश में कोरोना कम उम्र और स्वस्थ लोगों के लिए हुआ घातक

टीम भारत दीप |
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सबसे अधिक 37 फीसदी मौत लखनऊ, मेरठ, बनारस, कानपुर नगर, गोरखपुर में हुई हैं।
सबसे अधिक 37 फीसदी मौत लखनऊ, मेरठ, बनारस, कानपुर नगर, गोरखपुर में हुई हैं।

अभी तक लोगों में भ्रम था कि कोरोना केवल बुजुर्गों और बीमारों को प्रभावित करता है। प्रदेश में अब तक 56 फीसदी ऐसे लोगों ने अपनी जान गंवाई जिन्हे कोरोना से पहले कोई बीमारी नहीं थी। 

लखनऊ।  अभी तक लोगों में भ्रम था कि कोरोना केवल बुजुर्गों और बीमारों को प्रभावित करता है। लेकिन शुक्रवार देर रात जारी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से कम उम्र के स्वस्थ लोगों की ज्यादा मौत हुई है।

उत्तर प्रदेश में कम उम्र के लोगों के लिए भी वायरस जानलेवा साबित हो रहा है। उत्तर प्रदेश में अब तक 56 फीसदी ऐसे लोगों ने अपनी जान गंवाई जिन्हे कोरोना से पहले कोई बीमारी नहीं थी। 

उत्तर प्रदेश में कोरोना की वजह से अब तक जितनी मौतें हुई हैं उनमें करीब 44 फीसदी 30 से 59 वर्ष के लोग थे। यह खुलासा शुक्रवार को हुई केंद्र और राज्य सरकार की बैठक में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से पेश आंकड़ों में हुआ।  सबसे अधिक 37 फीसदी मौत लखनऊ, मेरठ, बनारस, कानपुर नगर, गोरखपुर में हुई हैं। मेरठ जिले में मृत्युदर 2.4 फीसदी है जिसमें कई सप्ताह से बदलाव नहीं हो रहा है।

आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में कोरोना का पहला पीक गुजर चुका है। अब स्थिति नियंत्रण में है लेकिन मौत रोकने के लिए जिला और अस्पताल स्तर पर फिर से प्रयास करने की आवश्यकता है।

रिपोर्ट के अनुसार अमरोहा, फतेहपुर, मथुरा, आजमगढ़ बहराइच, संभल, रायबरेली, सिद्धार्थनगर, अमेठी और कासगंज में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। 
आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार आने वाला महिना घातक सिद्ध हो सकता है, इसलिए अभी और सावधानी बरतने की जरूरत है। जब भी घर से निकले मास्क लगाकर ही निकले। अनजान लोगों से दूरी बनाकर रखे।
 


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