बड़ा बयान, अखिलेश और आजम के जाल में फंस गए चौधरी जयंत : कैप्टन अभिमन्यु

टीम भारत दीप |

योगी सरकार ने अपराध का खात्मा शुरू कर दिया।
योगी सरकार ने अपराध का खात्मा शुरू कर दिया।

कैप्टन ने कहा कि पश्चिम यूपी में किसान आंदोलन का कोई असर नहीं हुआ। मोदी और योगी सरकार ने किसानों के लिए अभूतपूर्व काम किया है। बताया जा रहा है कि 2013 में मुजफ्फरनगर दंगे की सबसे बड़ी वजह तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खान थे। उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाया था।

मेरठ। यूपी विधान सभा चुनाव में नेताओं द्वारा जुबानी तीन चलाने का क्रम जारी है। इस क्रम में  पश्चिम क्षेत्र के चुनाव प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि अखिलेश यादव और आजम खान के चुनावी जाल में रालोद मुखिया चौ. जयंत सिंह फंस गए हैं। अ

ब वह इससे उबर नहीं पाएंगे। कैप्टन ने कहा कि गठबंधन में सपा पूरी तरह हावी है। देश तोड़ने वाले जिन्ना को महापुरुषों की श्रेणी में रखने वाले अखिलेश जनता का भरोसा गंवा चुके हैं। अब वह सत्ता के इर्द गिर्द भी नहीं पहुंच पाएंगे।

किसान आंदोलन का  कोई असर नहीं

कैप्टन ने कहा कि पश्चिम यूपी में किसान आंदोलन का कोई असर नहीं हुआ। मोदी और योगी सरकार ने किसानों के लिए अभूतपूर्व काम किया है। बताया जा रहा है कि 2013 में मुजफ्फरनगर दंगे की सबसे बड़ी वजह तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खान थे।

उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाया था। अखिलेश भी आजम के दबाव में रहे, जिससे पूरे प्रदेश में अपराध की बाढ़ आ गई। 2017 में योगी सरकार ने अपराध का खात्मा शुरू कर दिया। अब पश्चिम उप्र में न पलायन है और न रंगदारी मांगी जा रही है।

जाटों में नाराजगी के मुद्दे पर कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि यह रालोद के लिए चिंता का विषय है, भाजपा के लिए नहीं। दावा किया कि पश्चिम की 71 में 60 से ज्यादा सीट पर भाजपा शानदार जीत दर्ज करेगी। प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी, क्षेत्रीय महामंत्री विकास अग्रवाल एवं जिलाध्यक्ष विमल शर्मा मौजूद रहे।

मे​रठ की अपनी पहचान

बीते दो दशक के दौरान मेरठ ने उत्तरी भारत में मेडिकल हब के रूप में पहचान बनाई है। यहां की चिकित्सीय सुविधा से प्रभावित होकर देश ही नहीं विदेश से भी लोग इलाज के लिए मेरठ आते हैं। सरकारों ने भी यहां चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं, लेकिन अभी और भी बुलंदियां छूनी हैं।

 मेरठ की भौगोलिक व सामाजिक स्थिति को देखते हुए यहां एम्स की स्थापना भी होनी चाहिए। इस मक़सद को अंजाम देने के लिए हमें एकजुट होकर अपनी आवाज को मजबूत बनाना है। इसके लिए सबसे सशक्त माध्यम है मताधिकार। जाति-धर्म से परे होकर विकास की सोच रखने वाले प्रत्याशी का चयन कीजिए। मतदान कीजिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कीजिए।

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