कर्नाटक में पत्थर तोड़ने के लिए डायनामाइट लगाने के दौरान विस्फोट, 8 की मौत

टीम भारत दीप |

ग्रामीण  विधायक अशोक नाइक ने बताया कि हर जगह धुआं ही धुआं था। कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।
ग्रामीण विधायक अशोक नाइक ने बताया कि हर जगह धुआं ही धुआं था। कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।

धमाके की वजह से आसपास के घरों के शीशे टूट गए, लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है, इसलिए लोग घरों से बाहर आ गए। विस्फोटक की गंध भी 8.10 किमी तक महसूस की गई। शिवमोगा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का गृह जिला है।

कर्नाटक। कर्नाटक के शिवमोगा में गुरुवार रात करीब सवा 10 बजे  दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यहा डायनामाइट ब्लास्ट में 8 मजदूरों की मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक, पत्थरों को तोड़ने के लिए विस्फोटक ;जिलेटिन की छड़ेंद्ध ले जाया जा रहा था, तभी शिवमोगा के अब्बलगेरे गांव के पास ब्लास्ट हो गया।

धमाका इतना तेज था कि शिवमोगा के नजदीकी जिले चिकमंगलूर तक इसकी आवाज सुनाई दी और आसपास के इलाकों में भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए।

स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि पत्थर तोड़ने के लिए एक साथ कई डायनामाइट लगाया गया था, इसलिए विस्फोट भयानक रूप  से हो यगा। धमाके की वजह से आसपास के घरों के शीशे टूट गए।

लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है, इसलिए लोग घरों से बाहर आ गए। विस्फोटक की गंध भी 8.10 किमी तक महसूस की गई। शिवमोगा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का गृह जिला है।

हर जगह धुआं ही धुआं

शिवमोगा ग्रामीण के विधायक अशोक नाइक ने बताया कि हर जगह धुआं ही धुआं था। कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। शिवमोगा के डिप्टी कमिश्नर केबी शिवकुमार ने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। उन्होंने घटनास्थल पर और विस्फोटक पड़ा होने की आशंका जताई है।

प्रधानमंत्री ने संवेदना जताई

शिवमोगा हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखाए लोगो  के जान गंवाने को लेकर दुखी हूं। उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। हादसे से प्रभावित हुए लोगों को राज्य सरकार जल्द मदद पहुंचाएगी।


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