डेंगू के डर से फिरोजाबाद के गांव नगला अमान से पलायन कर गए 12 परिवार, शुक्रवार हो हुई पांच मौत

टीम भारत दीप |

ग्रामीणों की मांग है कि गांव की साफ-सफाई कराई जाए।
ग्रामीणों की मांग है कि गांव की साफ-सफाई कराई जाए।

ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में 10 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है और अभी भी 100 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हैं जो कि अस्पताल या फिर अलग-अलग स्थानों पर अपना इलाज करा रहे हैं, गांव से करीब 12 परिवार तो ऐसे हैं जो बीमारी के डर की वजह से पलायन कर गए। इधर जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा का कहना है कि डेंगू को लेकर पूरे गांव में छिड़काव कराया गया है।

फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद​ जिले में डेंगू और वायरल का कहर कम नहीं हो रहा। लोगों के मन में डर काफी गहरे तक बैठता जा रहा है। फिरोजाबाद के गांव नगला अमान में डेढ़ माह के अंदर 10 लोगों की डेंगू से मौत होने के बाद ग्रामीण भयभीत हैं।

डेंगू के डंक से भयभीत ग्रामीण गांव छोड़ने को विवश हैं। किसी ने रिश्तेदारी में शरण ली तो कोई गांव से दूर किसी शहर में जा रह रहा है।आपकों बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर कोटला रोड पर बसे गांव नगला अमान की आबादी करीब दो हजार से अधिक है।

इस गांव में गंदगी, जलभराव और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। इस वजह से यहां मच्छरों के साथ ही संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। डेंगू और वायरल फीवर के कारण यहां ग्रामीण दहशत में हैं, इस गांव के करीब दर्जन भर लोग परिवार सहित रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।

गांव में छा रहा सन्नाटा

डेंगू के डर से गांव खाली होने लगा है। आलम यह है कि गांव के जिन घरों में कल तक बच्चों की किलकारी और लोगों की आवाज सुनाई देती थीं, वहां अब सन्नाटा पसरा है। गांव के दीपक ने बताया कि लगातार बच्चे और लोग बीमार हो रहे हैं।

ऐसा कोई घर नहीं है जहां लोग बीमार न हों, इस बीमारी के भय से लोग गांव छोड़कर भाग रहे है।  गांव के ही धर्मेंद्र सिंह बताते हैं कि बच्चों के इलाज के लिए लोगों के पास पैसे नहीं हैं, मजबूरन लोग गांव छोड़ने को विवश हो रहे हैं। बड़े संख्या में इस गांव में लोग बीमार हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम एक दिन आई थी,  ग्रामीणों की मांग है कि गांव की साफ— सफाई कराई जाए।

ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में 10 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है और अभी भी 100 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हैं जो कि अस्पताल या फिर अलग-अलग स्थानों पर अपना इलाज करा रहे हैं, गांव से करीब 12 परिवार तो ऐसे हैं जो बीमारी के डर की वजह से पलायन कर गए। इधर जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा का कहना है कि डेंगू को लेकर पूरे गांव में छिड़काव कराया गया है।

शुक्रवार को पांच की हुई मौत

डेंगू और वायरल की वजह से शुक्रवार को पांच लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इनमें  बघेल कॉलोनी निवासी अभय (7) पुत्र विपिन कुमार करबला निवासी शगुन (13) पुत्री पप्पू और मालवीय नगर गली नंबर छह निवासी कृष्णा (5) वर्ष पुत्र मनसुख की मौत हुई है।

कश्मीरी गेट निवासी अनमता (7) पुत्री परवेश, भरत नगर झलकारी नगर निवासी इशिका बघेल (12) पुत्री राजकुमार बघेल ने भी दम तोड़ दिया। एटा में मिलावली निवासी वृद्ध मुंशीलाल (65) की बुखार से मौत हो गई।

मैनपुरी के गांव जैनगढ़ी में रवी की 15 माह की बेटी अभि व अवनीश की तीन वर्षीय बेटी ताशी ने भी बुखार से मौत हो चुकी है। कासगंज में शहर के मोहल्ला बनखंडी निवासी मुकेश पाठकर (40) और सानिया (12) पुत्री शेर मोहम्मद निवासी गनेशपुर की बुखार से मौत हो गई।  

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