​डेंगू का डंक: फिरोजाबाद में 24 घंटे में 11 की मौत, 151 हुई मृतकों की संख्या

टीम भारत दीप |

मरीज लगातार डिस्चार्ज और भर्ती किए जा रहे हैं।
मरीज लगातार डिस्चार्ज और भर्ती किए जा रहे हैं।

सरकार द्वारा प्राइवेट डॉक्टरों की दुकानें बंद कराने से अब निजी और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोड बढ़ गया है। हालात यह है कि सोमवार को सौ शैय्या अस्पताल के बाहर मरीज और तीमारदारों की भीड़ लगी रही। मरीजों को इलाज के लिए भी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है।

फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल सरकार के लिए मुसिबत बनता जा रहा है। सरकार ने डेंगू और वायरल को कंट्रोल करने के लिए लाख प्रयास कर रही है।  इसके बाद भी फिरोजाबाद हालात सुधर नहीं रहे हैं।

सोमवार को डेंगू और वायरल बुखार से 11 मरीजों की मौत हो गई, रोज की तरह इनमें नौ बच्चे शामिल हैं। जिले में अब मृतकों की संख्या 151 तक पहुंच गई है। जिले में दिन प्रतिदिन मौत के आंकड़े के साथ मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

24 घंटे में कराई गई एलाइजा जांच में 167 बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थित सौ शैय्या अस्पताल में मरीजों की संख्या एक बार फिर से 450 के पार पहुंच गई है।

फर्जी डॉक्टरों की दुकान बंद होने से मुश्किल

सरकार द्वारा प्राइवेट डॉक्टरों की दुकानें बंद कराने से अब निजी और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोड बढ़ गया है। हालात यह है कि सोमवार को सौ शैय्या अस्पताल के बाहर मरीज और तीमारदारों की भीड़ लगी रही। मरीजों को इलाज के लिए भी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। एक पलंग पर दो मरीजों का इलाज चल रहा है। 

इनकी हुई मौत

फिरोजाबाद के भीमनगर निवासी विकास अपने 7 माह के पुत्र निखिल कुमार को बुखार आने पर सौ शैय्या अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां जांच के बाद चिकित्सक ने निखिल को मृत घोषित कर दिया। मालवीय नगर निवासी आकाश (11 वर्ष) पुत्र पप्पू और सुकन्या (2 माह) पुत्री रामबिहारी निवासी आजाद नगर की भी सौ शैय्या अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

हिमांयूपुर की आराध्या (05 वर्ष) को गंभीर हालत में परिजन सौ शैय्या अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों उसे ने मृत घोषित कर दिया। गढ़ी तिवारी निवासी अंशू (01 वर्ष) पुत्र जयप्रकाश और सरस्वती नगर निवासी वैष्णवी (11 वर्ष) पुत्री नेत्रपाल ने सोमवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

वैष्णवी की मौत के बाद उसकी बहन निकिता निरीक्षण के लिए सौ शैय्या अस्पताल पहुंचे मंडलायुक्त अमित गुप्ता की गाड़ी के आगे लेट गई। इसी प्रकार ठारफूटा निवासी अनामिका (20 वर्ष) पुत्री चंद्रभान सिंह। 

 यमुना नगर निवासी सुरभि (07 वर्ष) पुत्री लोकेश, नगला करन सिंह निवासी उमाभारती (11 वर्ष) पुत्री सुरेंद्र कुमार, सुहाग नगर निवासी दिव्यांशी (13 वर्ष) पुत्री प्रयाग सिंह, दिकतौली निवासी अंजू (20 वर्ष) पत्नी मैसिक की मौत निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। 

168 मरीज भर्ती

सौ शैय्या अस्पताल में 24 घंटे में 168 से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया है। संसाधनों के अभाव में मरीजों और तीमारदारों को काफी दिक्कत हो हुई। मरीजों को दिखाने के लिए कई-कई घंटे इंतजार करना पड़ा।

मेडिकल कॉलेज के आंकड़ों के मुताबिक डेंगू से पीड़ित 32 बच्चों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया।  निजी अस्पताल फुल होने से अब गंभीर मरीजों को देखते ही चिकित्सक उन्हें आगरा रेफर कर रहे हैं। 

मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा ने बताया कि सौ शैय्या अस्पताल में 450 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। मरीज लगातार डिस्चार्ज और भर्ती किए जा रहे हैं। हम मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं।
 
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