राजस्थान में लुका-छिपी का खेल खेलते समय पांच बच्चे टंकी में हुए बंद, पांचों की मौत

टीम भारत दीप |

यह दिल दहला देने वाली घटना राजस्थान के नापासर के हिम्मतासर गांव की है।
यह दिल दहला देने वाली घटना राजस्थान के नापासर के हिम्मतासर गांव की है।

ली एक टंकी में जा छिपे तभी टंकी का ढक्कन गिर गया। इससे पांचों बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। जब यह हादसा हुआ तो उस समय घर पर कोई नहीं था बच्चे घर पर अकेले थे। यह हादसा रविवार को दोपहर दो बजे हुआ, मरने वाले बच्चों की औसत उम्र आठ वर्ष है। मृतक बच्चों में 4 सगे भाई-बहन हैं।

बीकानेर- राजस्थान।  बचपन जीवन का सबसे खूबसूरत पल होता है।  बचपन की हर बाते निराली होती है। बचपन में खेला जाने वाला खेल आजीवन याद रहेगा। बचपन के खेल की वजह से पांच भाई -बहनों की जान चली जाएगी। यह कल्पना नहीं की जा सकती है।

राजस्थान के बीकनेर के नापासर में एक ऐसा ही दर्दनाक हादसा रविवार को हुआ । यहां घर के बच्चे लुका-छिपी का खेल, खेल रहे थे इसी दौरान सभी बच्चे अनाज रखने वाली एक टंकी में जा छिपे तभी टंकी का ढक्कन गिर गया। इससे पांचों बच्चों की दम 

घुटने से मौत हो गई। जब यह हादसा हुआ तो उस समय घर पर कोई नहीं था बच्चे घर पर अकेले थे। यह हादसा रविवार को दोपहर दो बजे हुआ, मरने वाले बच्चों की औसत उम्र आठ वर्ष है।  मृतक बच्चों में 4 सगे भाई-बहन हैं।

बच्चे घर में लुका-छिपी का खेल खेल रहे थे, छिपने के दौरान सभी में रखी अनाज की कोठरी टंकी में बंद हो गए।इसके बाद कोठरी का ढक्कन अचानक बंद हो गया।

दम घुटने से सभी की मौत हो गई। 4 बच्चों की मां बच्चों को तलाशते हुए कोठरी में पहुंची तो पांच बच्चों की लाश देखकर बेसुध हो गई।यह दिल दहला देने वाली घटना राजस्थान के नापासर के हिम्मतासर गांव की है।

यहां किसान भीयाराम का परिवार खेत में गया हुआ था। इसी दौरान पांच बच्चे घर पर थे। इसमें चार भीयाराम के बेटे.बेटियां थे जबकि पड़ोसी की भांजी थी। भीयाराम का बेटा सेवाराम 4 साल के अलावा तीन बेटियां रविना 7 साल, राधा 5 साल, और टींकू उर्फ पूनम 8साल के साथ ही भीयाराम की भांजी माली पुत्री मघाराम घर पर खेल रहे थे।

बच्चे नहीं खोल पाए ढक्कन

बच्चों के कोठरी के अंदर घुसने के बाद उसका ढक्कन नीचे आ गया और खुद ही बंद हो गया। टंकी की गहराई 5 फीट और चौड़ाई करीब 3 फीट है। यह इतनी भारी है कि बच्चे चाहकर भी इसे नहीं खोल सकते थे। घटना के दौरान घर में भी कोई नहीं था, नहीं तो बच्चों की चीख-पुकार सुनकर उनकी जान जरूर बचा लेता। 

नापासर पुलिस ने मौके पर एफएसल की टीम को भी बुलाया। इस टीम के सदस्यों ने अनाज की कोठरी को देखा। उसकाे नाप लिया। उसमें बच्चे कैसे गिर सकते हैं, उसे भी देखा। स्थानीय लोगों से भी इस बारे में जानकारी ली। एफएसएल की टीम इस बारे में रिपोर्ट देगी कि घटना के क्या क्या कारण हो सकते हैं।

बच्चों की लाश देखकर बेसुध हो गई मां

भीयाराम की पत्नी दो बजे बाद खेत से घर लौटी थी। जब बच्चे घर में कहीं नजर नहीं आए तो मां बेचैन हो उठी बच्चों को खोजते हुए कोठरी के पास पहुंची तो उसमें पांच बच्चे मृत पडे हुए थे। बच्चों के शव देखकर मां बेसुध हो गई।

जब मां को थोडी देर बाद होश आया तो उसने शोर मचाकर लोगों को बुलाया। उन्हें बाहर निकाला गया लेकिन तब तक पांचों बच्चों की मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। नापासर थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।


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