सऊदी अरब ने हज यात्रियों के ​जारी किए ये दिशा—निर्देश

टीम भारत दीप |
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आयोजकों और श्रद्धालुओं, दोनों के लिए ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है
आयोजकों और श्रद्धालुओं, दोनों के लिए ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है

सऊदी अरब के सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (सीडीसी) ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि ‘वर्ष 2020 की यात्रा में पवित्र काबा को छूने पर प्रतिबंध रहेगा।’

इंटरनेशनल डेस्क। सऊदी अरब सरकार ने कोरोना महामारी को दिखते हुए इस बार हज यात्रा तो नहीं टाली है लेकिन यात्रियों के जरूर कुछ दिशा—निर्देश दिए हैं। सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी ने सूचना दी है कि सरकार ने हाजियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हज यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी प्रोटोकॉल लागू करने की बात कही है।  

सऊदी अरब सता रही चिंता
सऊदी अरब सरकार को चिंता है कि हज यात्रा के दौरान लोगों में कोरोना संक्रमण फैल सकता है और इससे संक्रमण अन्य जगहों तक भी पहुँच सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए हज यात्रा के दौरान एक जगह एकत्र होने, बैठकें करने और यात्रियों के बीच मुलाक़ात पर सरकार ने रोक लगा दी है। हज यात्रा के आयोजकों और श्रद्धालुओं, दोनों के लिए ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। 

इतने ही लोग करेंगे हज
सऊदी अरब ने जून में निर्णय लिया था कि हज के लिए सिर्फ़ एक हज़ार घरेलू श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी जायेगी और कोरोना महामारी की वजह से बाहरी यात्रियों पर सरकार ने रोक लगा दी थी। सऊदी अरब के सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (सीडीसी) ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि ‘वर्ष 2020 की यात्रा में पवित्र काबा को छूने पर प्रतिबंध रहेगा।’

कुछ लोगों को होगी अनुमति
सीडीसी ने कहा है कि हज यात्रियों को काबा के इर्द-गिर्द नमाज के लिए एकत्र होते समय, सोशल डिस्टेन्सिंग का विशेष ध्यान रखते हुए एक दूसरे से डेढ़ मीटर का फासला रखना होगा। इसके साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों जैसे मेना, मुज़दालिफ़ा और अराफात में हज यात्रा परमिट वाले कुछ ही लोगों को जाने की अनुमति होगी। इस साल हज यात्रा 19 जुलाई से शुरू हो रही है और ये दो अगस्त तक चलेगी। 
 
भारतीय नहीं कर पाएंगे हज
पिछले दिनों सऊदी अरब सरकार ने बयान जारी कर सीमित हज यात्रियों को ही हज यात्रा की इजाजत देने की बात कही थी। उनके इस बयान का देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने स्वागत किया था। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में कहा, ‘यह एक उचित और सराहनीय फैसला है। हम सऊदी अरब सरकार का आभार प्रकट करते हैं। पूरी दुनिया में इस बात को लेकर लोगों के मन में यह आशंकाएं पैदा हो रही थीं कि कोरोना को देखते हुए हुए इस साल हज को स्थगित हो सकता है।' वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी एक बयान में कहा था कि सऊदी अरब सरकार के आग्रह पर इस वर्ष भारत से किसी को भी हज के लिए नहीं भेजने का फैसला किया गया है।


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