घोर लापरवाही: पंचायत चुनाव ड्यूटी में जान गवां चुके शिक्षक की असफरों ने फिर लगा दी ड्यूटी

टीम भारत दीप |

परवाना घर पहुंचा तो फिर हरे हो गए परिजनों के जख्म।
परवाना घर पहुंचा तो फिर हरे हो गए परिजनों के जख्म।

त्रिस्तरीय पंचायत उप-चुनाव के लिए उस शिक्षक की भी ड्यूटी लगा दी गई, जिसकी कुछ दिनों पहले चुनावी ड्यूटी करने से कोविड के चलते मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक असंवेदनशील प्रशासन ने मृत शिक्षक के नाम चुनावी ड्यूटी स्लिप भी जारी कर दी। इसमें मृत शिक्षक को बृहस्पतिवार से आयोजित प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने के निर्देश दिए गए।

झांसी। यूपी के झांसी से सिस्टम की घोर लापरवाही सामने आई है। दरअलस यहां पंचायत चुनाव में कोरोना के कारण अपनी जांच गवां चुके शिक्षक की अफसरों ने ​पुन: चुनाव में ड्यूटी लगा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक त्रिस्तरीय पंचायत उप-चुनाव के लिए उस शिक्षक की भी ड्यूटी लगा दी गई, जिसकी कुछ दिनों पहले चुनावी ड्यूटी करने से कोविड के चलते मौत हो गई थी।

जानकारी के मुताबिक असंवेदनशील प्रशासन ने मृत शिक्षक के नाम चुनावी ड्यूटी स्लिप भी जारी कर दी। इसमें मृत शिक्षक को बृहस्पतिवार से आयोजित प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने के निर्देश दिए गए। बताया गया कि इसी तरह चुनावी ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव दूसरे कर्मचारियों की भी ड्यूटियां लगाई गई हैं।

बताया गया कि रिक्त ग्राम प्रधान समेत ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए इन दिनों उप-चुनाव कराए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इसको देखते हुए चुनावी ड्यूटियां लगाए जाने का काम शुरू हुआ। लेकिन बीते बुधवार को हैरतअंगेज तरीके से पिछले माह कोविड से मृत बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक अध्यापक सौरभ कुमार तलैया के नाम से उप-चुनाव में चुनावी ड्यूटी संबंधी परवाना घर पहुंच गया।

इस परवाने ने उनके परिजनों के जख्मों को फिर हरा कर दिया । बताया गया कि जिलाधिकारी की ओर से जारी इस ड्यूटी पत्र में दिवगंत सौरभ को विकास खंड मोंठ की पोलिंग पार्टी संख्या- 81 में मतदान अधिकारी प्रथम के तौर पर ड्यूटी लगाई गई। जानकारी के मुताबिक उनको 10 जून को प्रशिक्षण के लिए दोपहर 12 से एक बजे के बीच दीनदयाल सभागार में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे।

ऐसा न करने पर निर्वाचन ड्यूटी से अनुपस्थित मानते हुए कार्रवाई तक का अल्टीमेटम भी दिया गया। इधर इसकी जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष कुलदीप द्विवेदी ने रोष जताया है। उनके मुताबिक बहुत संभव है कि दूसरे मृत कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई हो। मगर वह अभी तक सामने नहीं आए हैं।

बताया गया कि कोविड पॉजिटिव कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगा दी गई है। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान जिन कर्मचारियों की मौत हुई, उनकी सूची प्रशासन ने तैयार कराई थी। बताया गया कि पहली सूची में कुल 36 कर्मचारी शामिल किए गए। इसमें सौरभ तलैया का नाम 12वें नंबर पर शामिल किया गया है।

वहीं उस सूची में सौरभ की मृत्यु 30 अप्रैल की दर्ज है। बताया गया कि उनकी मतदान कर्मिक के तौर पर उनकी ड्यूटी बंगरा ब्लॉक में लगाई गई थी। इसी दरम्यान वह कोविड की चपेट में आ गए। बताया गया कि उपचार के बाद भी उनको बचाया नहीं जा सका। वहीं मतदान के लिए ड्यूटी लगाते समय प्रशासन ने इस मुआवजा सूची में भी गौर करना जरूरी नहीं समझा और बेहद असंवेदनशील तरीके से ड्यूटी लगाई।


 


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