आगरा में पुरानी किराएदार ने पति के साथ मिलकर की ​थी सेल्स टैक्स अफसर की हत्या, ऐसे पकड़ में आए हत्यारें

टीम भारत दीप |
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आरोपी मोना और उसका पति करीब 7 साल पहले सुनील के घर के सामने किराए पर रहते थे।
आरोपी मोना और उसका पति करीब 7 साल पहले सुनील के घर के सामने किराए पर रहते थे।

पूछताछ में महिला से मिली जानकारी के आधार पर शव बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार मोना और उसके पति अजय ने सुनील की हत्या कर शव ट्रांसपोर्ट नगर में फेंका था। पुलिस की शुरुआती जांच में लेनदेन के विवाद में हत्या की बात सामने आई है। फिलहाल लेनदेन कितना और किस तरह का था, अभी यह पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है। हत्यारोपी अजय फरार है।

आगरा। आगरा में एक सेल्स ऑफिसर सुनील कुमार शर्मा की हत्या कुछ दिन पहले कर दी गई थी। रविवार सुबह उनका शव ट्रांसपोर्ट नगर के पास झाड़ियों में बोरे में बंद मिला। शव कई दिन पुराना होने के कारण कीड़े लग गए थे। सुनील कुमार 2 अगस्त से लापता थे।

वे उस दिन सुबह 9:30 बजे घर से ड्यूटी पर जाने के लिए निकले थे, लेकिन इसके एक घंटे बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया था। परिवार ने सुनील के साथ शुरुआत में ही अनहोनी की आशंका जताई थी। सुनील एक ऑटो मोबाइल कंपनी में सेल्स ऑफिसर थे।

दो दिन पहले पकड़ में आई थी महिला

मामला दर्ज होने के बाद पुलिस इस मामले की पड़ताल कर रही थी। पुलिस ने शुक्रवार रात एक महिला मोना को पकड़ा था। पूछताछ में महिला से मिली जानकारी के आधार पर शव बरामद किया गया।

पुलिस के अनुसार मोना और उसके पति अजय ने सुनील की हत्या कर शव ट्रांसपोर्ट नगर में फेंका था। पुलिस की शुरुआती जांच में लेनदेन के विवाद में हत्या की बात सामने आई है। फिलहाल लेनदेन कितना और किस तरह का था, अभी यह पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है। हत्यारोपी अजय फरार है।

भागने के फिराक में थे हत्यारोपी

पुलिस का कहना है कि आरोपी मोना और उसका पति करीब 7 साल पहले सुनील के घर के सामने किराए पर रहते थे। उनकी आपस में जान पहचान अच्छी थी। दो अगस्त को आरोपी दंपती ने घर में घुसते ही सुनील के सिर पर लोहे की रॉड से हमला किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी।

हमले में सुनील के सिर से काफी खून बह रहा था। खून को छिपाने के लिए आरोपी मोना और उसके पति अजय ने सुनील के सिर पर कपड़ा लगाया। फिर बोरी और कार्टन बांधा। उसके बाद रजाई लपेटकर पोटली बनाई थी। शव को लोडिंग ऑटो से ट्रांसपोर्ट नगर ले गए। आरोपी शव को ठिकाने के लिए शहर में करीब 7 किमी तक घूमते रहे। ट्रांसपोर्ट नगर में सुनसान जगह पर झाड़ियों में पोटली को डाल दिया।

सीसीटीवी फुटेज से पकड़ में आए थे आरोपी

थाना एत्माउद्दौला के ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-2 के रहने वाले सुनील कुमार एक ऑटो मोबाइल कंपनी में सेल्स ऑफिसर थे। वे दो अगस्त को ऑफिस जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन देर शाम तक नहीं लौटे। इस पर परिजनों ने उनकी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि सुनील ने वाटर वर्क्स चौराहे से कंपनी को अपनी लोकेशन शेयर की थी। साढ़े 10 बजे तक गांधी नगर में थे। इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। बीच में मोबाइल ऑन हुआ लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। आखिरी बार वे गांधी नगर में एक पेट्रोल पंप के पास दिखे थे।

गुमशुदगी केस को अपहरण में बदला गया था

छानबीन में यह भी पता चला कि सुनील ऑफिस न जाकर मधु नगर की रहने वाली मोना के पास गए थे। फोन लोकेशन के आधार पर पुलिस को सुनील के थाना हरीपर्वत क्षेत्र के गांधी नगर स्थित रामसेवक के मकान में जाने की जानकारी मिली।

पुलिस ने घर पर जाकर जानकारी ली तो पता चला कि मोना और उसका पति अजय उर्फ डकैत, बेटे योगेश और देवेश यहां कुछ समय पहले किराए पर रहने आए थे। सीसीटीवी फुटेज में सुनील दोपहर दो बजे वहां पहुंचे थे और कुछ देर बाद अजय उसकी बाइक लेकर कहीं चला गया था।

किराएदार मोना और उसका पूरा परिवार ऑटो में सारा सामान लादकर कही जाते दिखे, पर सुनील नहीं दिखाई दिए। पुलिस ने शुक्रवार रात को मोना को पकड़ा तो केस की परतें खुलने लगीं। सुनील की बाइक को पुलिस ने शुक्रवार रात को गांधीनगर के पास बजीरपुरा बस्ती से लावारिस हालत में बरामद किया था।

इससे पहले पुलिस को मोना के कमरे से सुनील का बैग और हेलमेट मिला था पर बैग में कैश नहीं था। इसके बाद गुमशुदगी के केस को अपहरण में बदल दिया गया था। अजय, मोना समेत 5 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। एसएसपी मुनिराज ने बताया कि लापता सेल्स ऑफिसर का शव ट्रांसपोर्ट नगर में बोरे में बंद मिला है। आरोपी महिला मोना को पुलिस ने पकड़ा है। उसके पति अजय की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

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