कैलाश विजयवर्गीय बोले, कमलनाथ सरकार गिराने में ‘पीएम’ की थी अहम भूमिका

टीम भारतदीप |

हालांकि इस बयान ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है।
हालांकि इस बयान ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है।

इस बयान पर हड़कंप मचने के बाद विजयवर्गीय की सफाई भी आ गई। बाद में जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो विजयवर्गीय ने कहा कि वहां मौजूद लोगों को पता है कि यह विशुद्ध रूप से मजाक था। यह बात मैंने हल्के-फुल्के मजकिया लहजे में ही कही थी।

इंदौर। भाजपा के कद्दावर नेता व पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते है। एक बार फिर वह इसी वजह से सुर्खियों में हैं, हालांकि इस बयान ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी।

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इसमें कोई रोल नहीं था। उसके इस बयान के बाद सियासी जगह में हड़कंप मच गया। हालांकि मामला बढ़ने पर बाद में उन्होंने सफाई देते हुए इसे मजाक करार दे दिया।
दरअसल नए कृषि कानूनों के विरोध के बीच इंदौर में मंगलवार को भाजपा ने किसानों का समर्थन सम्मेलन किया।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं आज एक ऐसा खुलासा कर रहा हूं, जिसकी जानकारी अब तक किसी को नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की थी।

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इसमें कोई रोल नहीं था। इस बयान पर हड़कंप मचने के बाद विजयवर्गीय की सफाई भी आ गई। बाद में जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो विजयवर्गीय ने कहा कि वहां मौजूद लोगों को पता है कि यह विशुद्ध रूप से मजाक था। यह बात मैंने हल्के-फुल्के मजकिया लहजे में ही कही थी।

बताते चलें कि इस साल ही मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिर गई थी और मार्च के महीने में यहां शिवराज सरकार बनी थी। वहीं इसी साल मार्च में कांग्रेस के कभी दिग्गज और भरोसेमंद नेता रहे भाजपा के मौजूदा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति निष्ठावान 22  विधायकों (छह मंत्रियों सहित) ने विधानसभा और कांग्रेस छोड़ दी थी।

जिसके कारण मध्य प्रदेश में सियासी संकट पैदा हो गया था और करीब 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार गिर गई थी।
 


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