कन्नौज:इतनी मिल रही नगदी की मशीनों से नोट गिनते-गिनते थके अधिकारी, बुलाने पड़े मजदूर

टीम भारत दीप |

तहखाने से 110 करोड़ कैश, 250 किलो चांदी और 25 किलो सोना मिला। 
तहखाने से 110 करोड़ कैश, 250 किलो चांदी और 25 किलो सोना मिला। 

रविवार रात तक करीब 104 घंटे पूरे हो गए हैं। कानपुर के आनंदपुरी स्थित आवास के बाद उसके कन्नौज स्थित पैतृक घरों में भी नोटों का गडि्डया थोक भाव में निकल रही है। वहीं, कानपुर के 177 करोड़ मिलाकर अब तक 280 करोड़ की बरामदगी हुई है। हालांकि, इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं है। कारोबारी के दोनों बेटे भी हिरासत में हैं।

कन्नौज। इत्र नगरी कन्नौज के बड़े इत्र व कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थिति आवास से मिले 181 करोड़ के बाद अब कन्नौज के घर की दीवारें, फर्श, सीलिंग, और तहखाने से करोड़ों रुपये और सोना-चांदी निकल रहे हैं। रविवार को तीसरे दिन कन्नौज में महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) और आयकर विभाग की कार्रवाई में करीब 110 करोड़ रुपये नकद और 275 किलो सोना-चांदी मिला है।

मिले हुए कैश का हिसाब रखने के लिए अभी मशीनों से नोटों की गिनती का सिलसिला जारी है। रकम और बढ़ेगी। कर चोरी की आशंका में बुधवार को डीजीजीआई की टीमों ने कानपुर में शिखर पान मसाला, गणपति ट्रांसपोर्ट के यहां छापा मारा था। यहां से मिले सुराग के आधार पर गुरुवार को इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप पर कार्रवाई शुरू की गई।

कारोबारी को किया गिरफ्तार

कार्रवाई लंबी होने के साथ ही इत्र कारोबारी पीयूष जैन को कानपुर में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे शुक्रवार तड़के ही हिरासत में लेकर यहां सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी कार्यालय में रखा गया था। उसके यहां जीएसटी इंटेलीजेंस महानिदेशालय अहमदाबाद की टीम की जांच में रविवार रात तक करीब 104 घंटे पूरे हो गए हैं।

कानपुर के आनंदपुरी स्थित आवास के बाद उसके कन्नौज स्थित पैतृक घरों में भी नोटों का गडि्डया थोक भाव में निकल रही है। वहीं, कानपुर के 177 करोड़ मिलाकर अब तक 280 करोड़ की बरामदगी हुई है। हालांकि, इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं है। कारोबारी के दोनों बेटे भी हिरासत में हैं। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) के इतिहास की इस सबसे बड़ी नकदी बरामदगी के आंकड़े अभी और बढ़ेंगे। 

कार से लाते थे नोट

पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी के घर पर अधिकांश रात में ही कार का आना—जाना होता था। रात के अंधेरे में गत्ते के कार्टून में रखकर नोटों की गड्डियां कार से लाई जाती थीं। पड़ोसियों ने बताया कि कारोबारी पीयूष जैन किसी को भी घर के अंदर नहीं बुलाता था। आनंदपुरी जैसे पाश इलाके में रात के अंधेरे में अक्सर गैरकानूनी गतिविधियां होती थीं।

क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक, रात में देर तक टहलने वालों को अक्सर पीयूष जैन (Piyush Jain) के घर कार से गत्तों के कार्टून उतरते दिखते थे। ये गत्ते इतने बड़े होते थे कि कार की डिक्की में आ जाएं। मोहल्ले के लोगों को लगता था कि उनके कारोबार का कोई माल आया होगा, लेकिन कभी इतने बड़े गत्ते वापस बाहर जाते नहीं देखे। इसलिए अब लोगों को लग रहा है कि इनमें नोटों की गड्डियां आती रहीं होंगी। 

225 किलो चांदी व 25 किलो सोना मिला

कानपुर में मिली रकम की गिनती पूरी होने के बाद डीजीजीआई की टीम पीयूष को हिरासत में लेकर कन्नौज के छिपट्टी मोहल्ला में स्थित घर पहुंची थी। यहां शनिवार को नोटों से भरे आठे बोरे बरामद हुए थे। तीसरे दिन छिपट्टी में पीयूष जैन के पैतृक मकान, पड़ोस में दो अन्य मकानों और गोदामों में छापेमारी हुई। पैतृक मकान की दीवारों, फर्श, सीलिंग और तहखाने से 110 करोड़ कैश, 250 किलो चांदी और 25 किलो सोना मिला। 

छापामार कार्रवाई के दौरान रुपये पीयूष जैन के बेड रूम में प्लाई और रेक्सीन की बनी शोपीस दीवार के अंदर से मिली है। इसके अलावा सीढ़ियों के अंदर बने होल से भी कुछ रुपये मिले। बरामद रुपयों में दो हजार, पांच सौ, सौ और दस-दस के नोट हैं। गुजरात के अहमदाबाद और लखनऊ से आईं दो टीमों ने छानबीन प्रक्रिया की जानकारी ली। 

10 मजदूर लगाए गए

दीवारों को तोड़ने के लिए करीब 10 मजदूर लगाए गए। ये लोग गैस वेल्डिंग कटर और छेनी-हथौड़ों से दीवारों और लॉकरों को तोड़ने में जुट रहे। दरवाजों को खोलने के लिए डुप्लीकेट चाबी बनाने के लिए पांच कारीगरों को लगाया गया है।अब तक की छानबीन में मिले नोटों के जखीरे की मशीन से गिनती मकान के दूसरे मंजिल पर चल रही है। सोना और चांदी की तौल के लिए देशी तराजू को भी लाया गया। डीजीजीआई के अधिकारियों ने अभी और कैश मिलने की संभावना जताते हुए सोमवार सुबह तक छानबीन जारी रहने की बात कही है। 

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