लखनऊ: कूड़ा प्रबंधन के नाम पर करोड़ों का खेल,नगर निगम के भ्रष्टाचार का यूं हुआ खुलासा

टीम भारत दीप |

पर्यावरण पर भी इस कोरोना काल मे प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
पर्यावरण पर भी इस कोरोना काल मे प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

ये शिकायत लखनऊ जनकल्‍याण महासमिति के अध्‍यक्ष उमाशंकर दुबे ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से शिकायत की है। उनके आरोप के मुताबिक कूड़े के निस्तारण के बजाय उसे दूसरे स्थान पर लो लैंड में डंप किया जा रहा है। बताया गया कि इसमें नगर निगम की संलिप्तता है। बताया गया कि करोङ़ों रुपये का ठेका है तो बगैर संलिप्तता के इतना बड़ा भ्रष्टाचार संभव नही है।

लखनऊ। पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को भ्रष्टाचार के खेल के जरिए पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थिति घैला गांव में वर्षों पुराना कूड़े का ढेर लगा हुआ है। बताया गया कि कूड़े के निस्तारण और प्रसंस्करण के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016 के प्राविधानों के तहत नगर निगम ने मुस्कान ज्योति संस्था को ठेका दिया है।

वहीं जानकारी के मुताबिक यह संस्था कूड़ा निस्तारित करने के बजाय उसे गांव मफ्टा में डंप करवा रही है। बताया गया कि इन दोनों स्थलों की जीपीएस से लिए गए फ़ोटो में ये स्‍पष्‍ट हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक ये शिकायत लखनऊ जनकल्‍याण महासमिति के अध्‍यक्ष उमाशंकर दुबे ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से शिकायत की है।

 उनके आरोप के मुताबिक कूड़े के निस्तारण के बजाय उसे दूसरे स्थान पर लो लैंड में डंप किया जा रहा है। बताया गया कि इसमें नगर निगम की संलिप्तता है। बताया गया कि करोङ़ों रुपये का ठेका है तो बगैर संलिप्तता के इतना बड़ा भ्रष्टाचार संभव नही है।

शिकायत में बताया गया कि जब प्रसंस्करण किए बगैर कूड़े को एक स्थान से दूसरे स्थान पर फेंका जाएगा तो भूगर्भीय जल के साथ—साथ पर्यावरण पर भी इस कोरोना काल मे प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बताया गया कि इस वजह से स्वच्छ भारत मिशन का मकसद भी पूरा नहीं हो सकेगा। बताया गया कि ये सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016 का खुला उल्लंघन है। 


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