लखनऊ: कोरोना हेल्पलाइन कर्मचा​री ने कहे अपशब्द,दी मरने की सलाह,सीएम से की गई शिकायत

टीम भारत दीप |

पीड़ित संतोष सिंह के मुताबिक लखनऊ में इलाज भगवान भरोसे है।
पीड़ित संतोष सिंह के मुताबिक लखनऊ में इलाज भगवान भरोसे है।

कोरोना के कहर के बीच लोगों में संवेदना खत्म हो रही है। धैर्य भी टूट रहा है। इसकी बानगी लखनऊ में देखने को मिली। जानकारी के मुताबिक लखनऊ में BJP के पूर्व महानगर अध्यक्ष मनोहर सिंह के संक्रमित बेटे संतोष कुमार सिंह ने आज एक ऑडियो जारी किया, जो कोरोना हेल्पलाइन का बताया जा रहा है। बताया गया कि बातों ही बातों में हेल्पलाइन की लड़की ने उन्हें मरने की सलाह दे डाली।

लखनऊ। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच लोग भयभीत हैं। ऐसे में उनके मदद के लिए बनी कोरोना हेल्पलाइन उनके भय को दूर करने के बजाए कर्मचारी अपशब्द कहते हुए मर जाने की सलाह दे रहे हैं। दरअसल कोरोना के कहर के बीच लोगों में संवेदना खत्म हो रही है। धैर्य भी टूट रहा है। इसकी बानगी लखनऊ में देखने को मिली।

जानकारी के मुताबिक लखनऊ में BJP के पूर्व महानगर अध्यक्ष मनोहर सिंह के संक्रमित बेटे संतोष कुमार सिंह ने आज एक ऑडियो जारी किया, जो CMS हेल्पलाइन का बताया जा रहा है। बताया गया कि बातों ही बातों में हेल्पलाइन की लड़की ने उन्हें मरने की सलाह दे डाली। पीड़ित संतोष सिंह के मुताबिक लखनऊ में इलाज भगवान भरोसे है।

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इसकी शिकायत की है। बताया गया कि संतोष सिंह व उनके परिवार की 10 अप्रैल को कोरोना जांच की गई थी। 12 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। तब से पूरा परिवार होम आइसोलेशन में है।

उनके मुताबिक 15 अप्रैल को सुबह 8:14 बजे कमांड ऑफिस स्वास्थ्य विभाग से 05222723468 से फोन आया था। उनके मुताबिक जो बात हुई वो इस प्रकार है...

नमस्कार, CMS हेल्पलाइन से मैं शुचि बात कर रही हूं...

संतोष: हां बताइए सुन पा रहे हैं।

कॉलर: हां सुन पा रही हूं। संतोष कुमार से बात हो रही है। हमारी जानकारी के अनुसार आप होम आइसोलेशन में हैं। आपके द्वारा चिकित्सा विभाग के होम आइसोलेशन ऐप को डाउनलोड कर जानकारी भरी जा रही है।

संतोष: कोई सूचना नहीं दी गई है अभी तक। ना ही कोई ऐप डाउनलोड करने को बताया गया। न ही अभी तक किसी डॉक्टर ने संपर्क तक किया है।

कॉलर: मर जा.. मर जाओ ना फिर तुम, गवार तो हो ही..

इस बातचीत का आडियो सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में इस महामारी के बीच इतनी संवेदनहीनता प्रशासनिक तंत्र की भी पोल खोल रही है। वहीं  भाजपा नेता के बेटे की शिकायत के बाद इस पर क्या कार्रवाई होती है। यह तो देखने को मिल ही जाएगा।

लेकिन इस भयावह स्थिति में इस तरह की शर्मनाक हरकत व्यवस्था पर जरूर सवाल खड़ा करती है।
 


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