जब सीएम-पीएम नहीं कराते, मैं नहीं कराऊंगा अपने प्रमाण पत्रों की जांच

टीम भारत दीप |

शिक्षक का वेतन रोकने की संस्तुति की गई है।
शिक्षक का वेतन रोकने की संस्तुति की गई है।

यूपी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में सभी शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन और जांच का कार्य चल रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद प्रदेश सरकार ने सभी शिक्षकों की जांच के आदेश दिए हैं।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के माध्यमिक विद्यालय के एक शिक्षक ने यह कहकर अपने शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच कराने से इनकार कर दिया कि पहले यूपी के सीएम और देश के पीएम अपने प्रमाण पत्रों की जांच कराएं। 

विद्यालय प्रबंधन ने मामले की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक को दी है। साथ ही शिक्षक का वेतन रोकने की कार्रवाई करने को भी कहा है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

वायरल हो रहे पत्र में विद्यालय का नाम हरीचंद इंटरमीडिएट कालेज लखनऊ लिखा है और यह पत्र दिनांक 06-08-2020 यानी गुरुवार को लिखा गया। पत्र पर विद्यालय प्रबंधक और प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर भी हैं।

बता दें कि इन दिनों यूपी के माध्यमिक शिक्षा विभाग में सभी शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन और जांच का कार्य चल रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद प्रदेश सरकार ने सभी शिक्षकों की जांच के आदेश दिए हैं।

इसी क्रम में लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक को संबोधित इस पत्र में लिखा गया है कि विद्यालय के रसायन विज्ञान के प्रवक्ता राम निवास ने यह कहते हुए अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कराने से इनकार कर दिया कि जब तक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री (उ. प्र.) अपनी अंकतालिका की जांच नहीं कराएंगे तब तक राम निवास प्रवक्ता अपने प्रमाण पत्रों की जांच नहीं कराएगा।

 

मामले विद्यालय प्रबंधन ने शिक्षक का वेतन रोकने की संस्तुति कर दी है लेकिन शिक्षक का कथन सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।


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