आंध्र प्रदेश में ज़हरीली गैस रिसाव के कारण कई मज़दूर बीमार

टीम भारत दीप |

मजदूरों की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
मजदूरों की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी।

14 मजूदर इसकी ज़द में आ गए। बेहोशी की हालत में सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी तीन की हालत बेहद गंभीर बताई है।

चित्तूर। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित एक फार्मा कंपनी की फैक्ट्री में जहरीली गैस के रिसाव का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब चित्तूर जिले में गैस लीक की खबर आई है। चित्तूर के डेरी प्लांट में गैस लीक होने से 14 मजूदर इसकी ज़द में आ गए। बेहोशी की हालत में सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी तीन की हालत बेहद गंभीर बताई है। 

चित्तूर के कलेक्टर नारायण भारत गुप्ता मुताबिक डेरी में गैस का रिसाव हो जाने के कारण वहां पर काम कर रहे 14 मजदूर इसकी चपेट में आ गए। गैस की महक से कंपनी में मौजूद मजदूरों की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। 

गैस लीक होने के ख़बर मिलते ही सभी मजदूरों को वहां से बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीन मजदूरों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। डेरी प्लांट में गैस रिसाव की खबर मिलने पर टीडीपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश नारा ने ट्वीट इस घटना पर चिंता जताई है। 

लोकेश नारा ने ट्वीट करते हुए कहा,'चित्तूर के डेरी प्लांट से गैस लीक होने के कारण 14 लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्लांट से निकल रही गैस से लगभग 25 लोग प्रभावित हुए हैं। जितने भी लोग इस घटना में प्रभावित हुए हैं उनका बेहतर इलाज किया जाना चाहिए।'

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में पॉलिमर इंडस्ट्री में जहरीली गैस का रिसाव होने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में करीब 1,000 लोग बीमार हो गए थे। उस वक्त पर्यावरणविदों ने सलाह दी थी कि विशाखापत्तनम में जिस कारखाने से स्टाइरीन गैस का रिसाव हुआ है, उसके आसपास के क्षेत्र से सभी लोगों को तत्काल हटाया जाना चाहिए।


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