हे भगवान! पीलीभीत में कुत्तों के झुंड ने ली 13 साल की बच्ची की जान

टीम भारत दीप |

कुछ दिनों से खाने को नहीं मिल रहा था। इस कारण भूख से मर रहे कुत्तों ने बच्ची पर हमला बोल दिया।
कुछ दिनों से खाने को नहीं मिल रहा था। इस कारण भूख से मर रहे कुत्तों ने बच्ची पर हमला बोल दिया।

नेहा कक्षा 4 की छात्रा है। वह खेत पर जा रही थी, तभी रास्ते में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने उसके ऊपर हमला कर दिया । घटनास्थल पर मौजूद लोग नेहा को बचने के लिए दौड़े, लेकिन तब तक बड़ी देर हो चुकी थी। नेहा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिला स्थित बागवा गांव में मंगलवार को आवारा कुत्तों के एक झुंड ने 13 साल की एक बच्ची पर हमला कर दिया।

हमले में घायल बच्ची की मौत हो गई है। कुत्तों के हमले से बच्ची की मौत के बाद जिला प्रशासन ने कुत्तों की जनसंख्या कम करने के लिए बधियाकरण करने का निर्देश दिया। 

खेत जा रही थी बालिका

जानकारी के अनुसार नेहा कक्षा 4 की छात्रा है। वह खेत पर जा रही थी, तभी रास्ते में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने उसके ऊपर हमला कर दिया । घटनास्थल पर मौजूद लोग नेहा को बचने के लिए दौड़े, लेकिन तब तक बड़ी देर हो चुकी थी। नेहा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही जिला मजिस्ट्रेट पुलकित खरे और पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव मौके पर पहुंचे। वहीं, वन परिक्षेत्र अधिकारी सत्येंद्र चौधरी ने मामले की जांच के लिए एक अधिकारी को नियुक्त कर दिया है।

उन्होंने कहा कि कुत्ते लंबे समय से मवेशियों के अवशेषों को खाकर जीवित थे। लेकिन उनको कुछ दिनों से खाने को नहीं मिल रहा था। इस कारण भूख से मर रहे कुत्तों ने बच्ची पर हमला बोल दिया।

जिम्मेदारों से जवाब मांगा

इसके बाद जिलाधिकारी ने फॉरेस्ट अथॉरिटी और चीफ पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार गर्ग को कुत्तों को पकड़ने के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने समय पर आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाने की लापरवाही में ग्राम प्रधान, वीडीओ, पंचायत सचिव और राजस्व अधिकारियों से जवाब मांगा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही कुत्तों का बंध्याकरण किया जाएगा।


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