बड़बोले ओपी राजभर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से की मुलाकात, सियासी करवट का अंदेशा

टीम भारत दीप |
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दोनों नेताओं की करीब एक घंटे चली इस मुलाकात की खबरें मीडिया में सामने आते ही सियासी पारा चढ़ गया।
दोनों नेताओं की करीब एक घंटे चली इस मुलाकात की खबरें मीडिया में सामने आते ही सियासी पारा चढ़ गया।

इस बीच ओमप्रकाश राजभर की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात होते ही सियासी सरगर्मी तेज हो गई। वो स्वतंत्र देव सिंह से उनके आवास पर मिलने के लिए पहुंचे थे, उनके साथ बलिया के भाजपा नेता दयाशंकर सिंह भी थे। दोनों नेताओं की करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली। दोनों की मुलाकात के बाद राजनीतिक कयास बाजी तेज होने लगी है।

लखनऊ। राजनीति में कोई किसी का न तो दोस्त होता है और न ही दुश्मन यह कहावत यूपी में चरितार्थ होती दिखाई दे रही है। अभी तक अकेले ताल ठोकेने वाले अखिलेश यादव भी गठबंधन की तरफ झुकते हुए नजर आ रहे है।

इसी तरह पिछले दो साल से भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पुराने साथी ओमप्रकाश ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात से सियासी पारा बढ़ता दिखाई दे रहा है। आपकों बता दें कि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने योगी सरकार से इस्तीफा देकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था, इसके अतिरिक्त पिछले साले ओवैसी से गठबंधन करके प्रदेश में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।

इसी बीच उनकी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात कर ली। दोनों नेताओं की करीब एक घंटे चली इस मुलाकात की खबरें मीडिया में सामने आते ही सियासी पारा चढ़ गया। सभी लोग इसके अपने-अपने स्तर से मतलब निकाल रहे है। 

2017 में साथ लड़ा था चुनाव

आपकों बता दें कि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने साल 2017 का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था। तब मोदी लहर में भाजपा की सरकार बनी तो ओम प्रकाश राजभर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए थे, हालांकि उन्होंने बाद में मंत्री पद से इस्तीफा देकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था।

 राजभर ने इसके लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया और असदुद्दीन ओवैसी हाथ मिलाया, इसके अलावा कई छोटे दलों से भी निकटता बढ़ाई। अभी तक यह माना जा रहा था कि ओमप्रकाश राजभर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और उनके इस तरह के बयान भी सामने आए कि इस बार भाजपा को सत्ता में वापसी नहीं करने देंगे।

इस बीच ओमप्रकाश राजभर की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात होते ही सियासी सरगर्मी तेज हो गई। वो स्वतंत्र देव सिंह से उनके आवास पर मिलने के लिए पहुंचे थे, उनके साथ बलिया के भाजपा नेता दयाशंकर सिंह भी थे। दोनों नेताओं की करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली।

दोनों की मुलाकात के बाद राजनीतिक कयास बाजी तेज होने लगी है। वहीं ओमप्रकाश राजभर का बयान भी सामने आ गया और उन्होंने कहा कि क्या दो नेता व्यक्तिगत मुलाकात भी नहीं कर सकते हैं, उन्हें इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया, बोले जब ममता और सोनिया मिल सकती हैं, जब मायावती और अखिलेश मिल सकते हैं तो राजनीति में कुछ भी सम्भव है।


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