'मन की बात' में पीएम ने की कौशांबी जेल के कैदियों की प्रशंसा, सीएम योगी ने दिया धन्यवाद

टीम भारतदीप |

ये 'मन की बात' कार्यक्रम का 72वां और 2020 का आखिरी संस्करण है। 
ये 'मन की बात' कार्यक्रम का 72वां और 2020 का आखिरी संस्करण है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम 'मन की बात' में कौशांबी की जेल में ठंड से गायों को बचाने के लिए पुराने कंबलों से बनाए जा रहे काउकोट की चर्चा की।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौने चार साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के जेलों की सूरत और सीरत बदल दी है। योगी सरकार की मेहनत का ही परिणाम है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम 'मन की बात' में कौशांबी की जेल में ठंड से गायों को बचाने के लिए पुराने कंबलों से बनाए जा रहे काउकोट की चर्चा की।

जिस पर सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा है कि 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनना दिव्य अनुभूति प्रदान करता है। 

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर प्रसारित किए जाने वाले कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। आपको बता दें कि ये इस कार्यक्रम का 72वां और 2020 का आखिरी संस्करण है। 

पीएम मोदी का कहना है कि आज की ‘मन की बात’ एक प्रकार से 2020 की आखिरी ‘मन की बात’ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है। उनका कहना है कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है। उनका कहना है कि अगर इसे शब्दों में बोलेंगे तो इस सामर्थ्य का नाम है आत्मनिर्भरता।

पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बताया कि कौशांबी जेल में बंद कैदी गायों को ठंड से बचाने के लिए पुराने और फटे कंबलों से कवर बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन कंबलों को कौशांबी समेत दूसरे जिलों की जेलों से एकत्र किया जाता है।

कौशाम्बी जेल के कैदी हर सप्ताह अनेकों कवर तैयार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने दूसरों की देखभाल के लिए सेवा भाव से भरे इस प्रकार के प्रयासों को प्रोत्साहित करने का निवेदन किया है। उनका कहना है कि यह वास्तव में एक ऐसा सत्कार्य है, जो समाज की संवेदनाओं को सशक्त करता है।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि आज आपके द्वारा गो माता को ठंड से बचाने के लिए कौशांबी जेल के कैदियों द्वारा तैयार किए जा रहे कवरों की चर्चा से अनेक लोग प्रेरित होंगे।

डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में जेलों में कई नवाचार किए गए हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने  कार्यक्रम 'मन की बात' में कौशांबी जेल का उल्लेख किया, यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।

बता दें कि वाराणसी, सीतापुर और आगरा सहित कई जेलों में गौशालाएं संचालित हो रही हैं। इसके अलावा उरई, बाराबंकी, लखीमपुर और कानपुर देहात में चल रहे गौशालाओं में बंदियों को गौ सेवा से जोड़ने के लिए योजना बनाई जा रही है। जिसे जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।

कौशांबी जेल के अधीक्षक बीएस मुकुंद ने बताया कि काऊकोट के निर्माण के लिए उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरणा मिली थी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने निराश्रित गायों के लिए आह्वान किया था। उसी सोच के आधार पर फटे पुराने कंबलों को सिलकर बुनकर कैदियों ने तैयार किया है।

उन्होंने बताया कि काऊकोट की मजबूती और सुंदरता के लिए बाहर से प्लास्टिक खरीदकर उसमें लगवाई जाती है। जिसमें करीब 110 से 115 रुपए का खर्च आता है। हमने जिला प्रशासन को सौ नग काऊकोट सौंपा है।


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