2 हजार किमी दूर पटकने पर पीएनबी के कर्मचारी बोले, नहीं चाहिए प्रमोशन

टीम भारत दीप |
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जब एक बार सूची जारी हो गई, उसके बाद वापसी का विकल्प ही नहीं है।
जब एक बार सूची जारी हो गई, उसके बाद वापसी का विकल्प ही नहीं है।

2,905 कर्मचारियों को उसी राज्य में भेजा गया है। बाकी ऐसे भी जिन्हें दिल्ली से अगरतला, जयपुर से चेन्नई, दिल्ली से कोयंबटूर, राजकोट से कोझिकोड आदि ऐसी जगहों पर भेजा है जो लगभग 2000 किलोमीटर दूर हैं।

व्यापार डेस्क। पंजाब नेशनल बैंक ने 6000 कर्मचारियों का स्थानांतरण कर दिया है। अभी फिलहाल पहली सूची में 3611 नाम हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जिन्हें 2000 किमी से दूर भेजा गया है। ऐसे में  कर्मचारी कह रहे हैं, प्रमोशन वापस ले लो, हम जहां हैं वहीं खुश हैं। बैंक का कहना है कि अब वापसी का सवाल ही नहीं। 

बता दें कि पूरा मामला लाॅकडाउन से पहले का है। पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारी लामबंद थे कि उनका प्रमोशन किया जाए। इस पर बैंक ने सोच विचार के बाद सूची फाइनल कर दी। समाचार एजेंसी एएनआई को मिली सूची में कुल 6000 नाम थे। इनमें से पहली लिस्ट 3611 की जारी की गई। 

पहली लिस्ट में 2,905 कर्मचारियों को उसी राज्य में भेजा गया है। जहां वे पहले से हैं यानी उनका केवल जिला बदला है। इसके बाद बाकी ऐसे भी जिन्हें दिल्ली से अगरतला, जयपुर से चेन्नई, दिल्ली से कोयंबटूर, राजकोट से कोझिकोड आदि ऐसी जगहों पर भेजा है जो लगभग 2000 किलोमीटर दूर हैं। 

ये सभी स्थानांतरण प्रमोशन के कारण हुए हैं। क्लर्क से असिस्टेंट मैनेजर, मैनेजर से सीनियर मैनेजर, ब्रांच मैनेजर आदि पोस्ट पर प्रमोशन का लाभ मिला है। ऐसे में 2000 किमी दूर फेंके गए कर्मचारी कह रहे हैं कि उन्हें अब प्रमोशन नहीं चाहिए। बैंक चाहे तो उनका प्रमोशन वापस ले ले लेकिन ट््रांसफर न करें। 

मामले में पीएनबी प्रबंधन का कहना है कि सारे Transfer कर्मचारियों की खुद की च्वाइस के आधार पर किए गए हैं। उन्होंने जिन जगहों का विकल्प दिया था, वहीं उन्हें भेजा गया है। प्रमोशन की मांग भी कर्मचारियों ने खुद ही की थी। 
 
इधर बैंक की यूनियन के लोगों ने भी प्रबंधन से बात की। उन्होंने कहा कि प्रमोशन की ये मांग जब की गई तो कोरोना संकट जैसी चीज नहीं थी। अब कोरोना संकट के दौर में इतनी दूर जाना कर्मचारियों के हित में नहीं है। ऐसे में बैंक को चाहिए कि वो कर्मचारियों को वापसी का मौका दे। जबकि बैंक ने 29 जुलाई को हर हाल में ज्वाइन करने के लिए कह दिया था। 

नाम वापसी का मौका
बैंक प्रबंधन का पहले कहना था कि जब एक बार सूची जारी हो गई, उसके बाद वापसी का विकल्प ही नहीं है। ऐसा केवल आपातस्थिति में ही संभव है। हालांकि कर्मचारियों की मांग को मानते हुए बैंक ने सशर्त नाम वापसी का मौका दिया। इसके लिए एचआरएमएस पोर्टल पर आवेदन करना होगा।


इसमें ऐसे आॅफिसर जिन्हें अपने प्रदेश से बाहर या उनके द्वारा भरी च्वाइस से बाहर स्थानांतरण मिला है, वे अपना नाम वापस ले सकते हैं। महिला कर्मचारियों को इस शर्त से छूट है। बैंक का ये भी कहना है कि एक बार नाम वापसी के बाद ये कर्मचारी अगली प्रमोशन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगे।  

 


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