किसान आन्दोलन में शहीद किसानों के परिवार के सदस्य को पंजाब सरकार देगी नौकरी व पांच लाख मुआवजा

टीम भारत दीप |
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कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा से प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है।
कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा से प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है। इस बीच सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा अब तक 76 किसानों के मारे जाने की लिस्ट बनी है।

चंडीगढ़। केन्द्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर इस कड़ाके की ठंड में किसानों का आन्दोलन जारी है। शुक्रवार को 58वें दिन किसान संगठनों व सरकार के बीच वार्ता बेनतीजा रही। वहीं इस बार वार्ता के लिए सरकार की ओर से आगे की कोई तारीख भी नहीं दी गई। माना जा रहा है  कि अब आगे वार्ता नहीं होगी।

क्योंकि सरकार व किसान अपने-अपने रूख पर कायम है। वहीं कड़ाके की पड़ रही ठंड के बीच आन्दोलन में अब तक दर्जनों किसान जान गवां चुके हैं । इस बीच शुक्रवार  को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है।

इस बीच सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा अब तक 76 किसानों के मारे जाने की लिस्ट बनी है। उन्होंने कहा कि शहीद किसान के एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि ‘कांग्रेस किसानों के अधिकारों के साथ भी खड़ी है और उनके परिवारजनों के साथ भी।

हम किसानों को खालिस्तानी या आतंकवादी नहीं, अन्नदाता मानकर प्रणाम करते हैं। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि पंजाब कांग्रेस सरकार का ये फैसला किसानों की शहादत को सादर नमन है। वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कृषि राज्य का विषय है और केंद्र सरकार ने बगैर राज्य के सलाह से तीन किसान विरोधी कानून लाए हैं।

केंद्र को इसे वापस लेना चाहिए। बताते चलें कि पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह तीन नए कृषि कानूनों का लगातार विरोध करते आ रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा से प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है।


 


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