राज ठाकरे बोले- मस्जिदों से नहीं हटाए लाउडस्पीकर तो बजने लगेगा हनुमान चालीसा, उद्धव सरकार को भी घेरा

टीम भारत दीप |

आज लोग राज्य में जाति के मुद्दों पर लड़ रहे हैं। हम कब इससे बाहर निकलेंगे और हिंदू बनेंगे?
आज लोग राज्य में जाति के मुद्दों पर लड़ रहे हैं। हम कब इससे बाहर निकलेंगे और हिंदू बनेंगे?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने कहा कि सीएम ने चुनावों के दौरान जिन ताकतों का विरोध किया था, उन्हीं के साथ गठबंधन कर सरकार चला रहे हैं। राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को हमेशा मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया था

मुंबई।देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक बार फिर नया विवाद जन्म ले सकता है। इस बार भी विवाद की जड़ ठाकरे परिवार हो सकता है। दरअसल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को राज्य सरकार से मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है।

मुंबई के शिवाजी पार्क में एक रैली में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, “मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी अधिक मात्रा में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर अधिक मात्रा में हनुमान चालीसा के स्पीकर बजने लगेंगे।''उन्होंने कहा, "मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं। मुझे अपने धर्म पर गर्व है।"

उद्धव सरकार पर साधा निशाना 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने कहा कि सीएम ने चुनावों के दौरान जिन ताकतों का विरोध किया था, उन्हीं के साथ गठबंधन कर सरकार चला रहे हैं। राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को हमेशा मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया था

उद्धव ने कभी एक शब्द नहीं कहा। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद ही उन्हें मुख्यमंत्री बनने और विपक्षी दलों के साथ गठबंधन करने का विचार आया।राज ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर भी हमला किया।

राज ठाकरे ने राकांपा पर गठन के बाद से ही राज्य में जाति आधारित नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कि "आज लोग राज्य में जाति के मुद्दों पर लड़ रहे हैं। हम कब इससे बाहर निकलेंगे और हिंदू बनेंगे?

राज ठाकरे ने हाल ही में मुंबई में विधायकों को घर देने की राज्य सरकार की घोषणा की भी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, “उनकी पेंशन पहले रोकी जानी चाहिए। क्या वे अपने काम से लोगों पर कोई एहसान कर रहे हैं? उनके बंगले ले लो और फिर उन्हें घर दे दो। इस योजना में भी मुख्यमंत्री को क्या अच्छा लग रहा है। क्या इस योजना में भी कुछ ऐसा है जो रुचिकर है

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