कोरोना की कैद से आज़ाद हुई मोहब्बत की निशानी, ताजमहल के दीदार को उमड़े लोग

टीम भारत दीप |
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मार्च में लॉकडाउन के बाद से ही प्रवेश बन्द कर दिया गया था।
मार्च में लॉकडाउन के बाद से ही प्रवेश बन्द कर दिया गया था।

दोनों की स्मारकों की व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। छह महीने के बाद खुल रहे ताजमहल में पर्यटकों की सुरक्षा जांच भी कोरोना संक्रमण के कारण बदल दी गई है।

आगरा। कोरोना के कारण 6 महीने से नियमों के कारण कैद में रही मोहब्बत की निशानी ताजमहल आज आज़ाद है। सोमवार से सैलानियों के दीदार के लिए ताजमहल को खोल दिया गया है। आगरा किला में भी पर्यटक जा सकेंगे। 

दोनों की स्मारकों की व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। छह महीने के बाद खुल रहे ताजमहल में पर्यटकों की सुरक्षा जांच भी कोरोना संक्रमण के कारण बदल दी गई है। ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर सीआईएसएफ सैलानियों की सुरक्षा जांच स्पर्श मुक्त तरीके से कर रही है।

किसी भी पर्यटक को छुआ नहीं जा रहा है और मेटल डिटेक्टर के बाद हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर से सुरक्षा जांच की जा रही है।   


ताजमहल समेत सभी स्मारकों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने टिकट काउंटरों पर क्यूआर कोड स्कैन कर टिकट लेने की सुविधा प्रदान की है तो वहीं वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुकिंग की जा सकती है। ताजमहल के फोटोग्राफरों और गाइडों के साथ टैक्सी और कार में नकदी के लेनदेन नहीं होंगे। 

केवल डिजिटल भुगतान होगा, इसलिए फोन पे, पेटीएम, गूगल पे समेत नेट बैंकिंग के विकल्पों को अपनाया गया है। 

 
ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्र वाले मुख्य गुंबद में प्रवेश के लिए एक बार में 5-5 पर्यटकों को अंदर जाने की इजाजत है। ताजमहल के दक्षिणी गेट से गुंबद में प्रवेश किया जाएगा और यमुना नदी के किनारे उत्तरी गेट से पर्यटकों को बाहर निकाला जाएगा।

 ताजमहल में प्रवेश के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए 50 रुपये और विदेशियों के लिए 1100 रुपये का प्रवेश टिकट है लेकिन मुख्य गुंबद पर प्रवेश के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट खरीदना होता है। ताजमहल की वेबसाइट पर ऑनलाइन टिकट खरीदने के लिए यह दोनों ही विकल्प मौजूद हैं।

 प्रवेश के नियम


पर्यटकों को मास्क और फेस कवर लगाना होगा।  प्रवेश देने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। स्मारकों में प्रवेश, निकास के अलग रूट होंगे।स्मारक में ग्रुप फोटोग्राफी की अनुमति नहीं होगी। लाइसेंस धारक गाइड, फोटोग्राफर काम कर सकेंगे। 

स्मारकों में प्रवेश ऑनलाइन ई-टिकट से मिलेगा। पार्किंग समेत सभी भुगतान डिजिटल पेमेंट से। स्मारक में खाने का सामान नहीं ले जा सकेंगे।


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